लोकसभा चुनाव 2024 में जीतकर तीसरी बार केंद्र की सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा ने पूरा दम लगा रखा है। इसी क्रम में भाजपा ने तमिलनाडु में पट्टाली मक्कल काची (PMK) के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। PMK का भाजपा के साथ आना एनडीए में रहे AIADMK के लिए झटका माना जा रहा है। बड़ी बात ये है कि PMK ने भाजपा को तमिलनाडु में बड़े भाई का दर्जा दिया है। इस गठबंधन के बाद तमिलनाडु में एनडीए के वोट प्रतिशत में भारी इजाफा देखने को मिल सकता है। बता दें कि इससे पहले भाजपा ने तमिल मनीला कांग्रेस, अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) के साथ भी गठबंधन किया है। इसके अलावा अभिनेता आर सरथ कुमार ने भी अपनी पार्टी एआईएसएमके का बीजेपी में विलय करने की बात कही है।
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
भाजपा और पट्टाली मक्कल काची यानी PMK के बीच सीट शेयरिंग को लेकर भी सहमति बन गई है। तमिलनाडु की 39 में से 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई और पीएमके अध्यक्ष ने मंगलवार 19 मार्च को सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर मुहर लगा दी है। इससे पहले 18 मार्च को दोनों दलों ने गठबंधन का ऐलान किया था। बताया गया है कि पीएमके के संस्थापक रामदास बुधवार 20 मार्च को अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेंगे।
क्या है पीएमके की ताकत?
पीएमके वन्नियार समुदाय के प्रभुत्व वाली पार्टी है और राज्य के उत्तरी जिलों जैसे वेल्लोर, रानीपेट, कांचीपुरम, तिरुवल्लुवर आदि में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव है। आपको बता दें कि बीते तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में पीएमके को 5 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, पार्टी 3.8 फीसदी वोट के साथ राज्य में चौथा स्थान भी हासिल किया था। साल 2014 में पीएमके ने भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा था। पार्टी के उम्मीदवार अंबुमणी रामदास धर्मपुरी लोकसभा सीट से जीते थे।
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