पटना: बिहार में सत्ता गंवाने के बाद अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव पर भाजपा की पैनी नजर है। भाजपा लोकसभा चुनाव में जहां पिछले परिणाम को दोहराने की कोशिश में है, वहीं उसकी नजर बिहार में अकेले सत्ता पर काबिज होने की है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार पहुंच रहे हैं। अमित शाह दो अप्रैल को फिर से बिहार आ रहे हैं। पिछले 6 महीने में उनका यह चौथा दौरा है। शाह इस दौरान सोशल इंजीनियरिंग को भी मजबूत करने में जुटे हैं। बिहार में 40 लोकसभा सीटों में से 36 से अधिक पर कब्जा जमाने की कोशिश में जुटी है।
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी नेता कर रहे बिहार के दौरे
पार्टी नेताओं का दावा है कि 36 सीटों पर एनडीए विजय हासिल करेगा। इसे देखते हुए भाजपा के बड़े नेताओं का ताबड़तोड़ दौरे बिहार में हो रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री और बीजेपी के चाणक्य अमित शाह एक बार फिर बिहार आ रहे हैं। भाजपा के एक नेता ने बताया कि अमित शाह सम्राट अशोक की जयंती पर बिहार आ रहे हैं। सासाराम और नवादा में उनकी रैली होगी। कहा जा रहा है कि इस दौरे पर शाह की नजर कुशवाहा वोटों पर है।
25 फरवरी को भी राज्य के दौरे पर आए थे अमित शाह
बता दें कि जदयू से अलग हुए, राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी इन दिनों कुशवाहा समाज को अपने पक्ष में लाने की कोशिश में जुटे हैं। शाह इससे पहले 25 फरवरी को पटना में सहजानंद सरस्वती की जयंती के अवसर पर आयोजित किसान समागम में भी भाग लिया। इस आयोजन में अमित शाह ने बिहार के सवर्ण वोटरों को साधने की कोशिश की। गौरतलब है कि अमित शाह ने मिशन बिहार की शुरूआत सीमांचल के पूर्णिया से की थी। पिछले वर्ष 23 सितंबर को अमित शाह ने पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से की थी। इस दौरे का मकसद मुस्लिम वोटरों को साधने की थी।
ये भी पढ़ें -
फ्लाइट के बाद अब ट्रेन में भी हुआ कांड, TT ने महिला के ऊपर की पेशाब, पुलिस ने किया गिरफ्तार
देश में नहीं थम कुत्तों का आतंक, तेलंगाना में आवारा कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत