Highlights
- बिहार में हुआ सत्ता का तख्तापलट
- 8वीं बार CM बनें नीतीश कुमार
- तेजस्वी यादव बनाए गए उपमुख्यमंत्री
Bihar Political Crisis: बिहार में एक बार फिर से सत्ता ने करवट लिया है। राजनीति के इस सियासी उलटफेर में सबसे ज्यादा फायदा RJD को हुआ है तो BJP को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस इस परिवर्तन से बहुत खुश नजर आ रही है। कांग्रेस को लगता है कि राज्य में भाजपा का पतन महाराष्ट्र में ‘‘दलबदल’’ और देश की सबसे पुरानी पार्टी को राष्ट्रीय राजनीति से बाहर करने के प्रयासों का परिणाम है। BJP पर निशाना साधते हुए बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने बुधवार को चुटकी लेते हुए कहा कि राज्य में उलटफेर से लोगों के बीच ‘‘भाजपा मुक्त बिहार’’ का नया संदेश दिया गया है। दास ने कहा कि जब भी राष्ट्र की प्रगति, देश की स्वतंत्रता और इसकी मान्यता की बात आती है, कांग्रेस हमेशा एक मजबूत स्तंभ रही है। भगवा पार्टी सभी छोटी पार्टियों का सफाया करना चाहती है। वह भारत में सिर्फ एक पार्टी (भाजपा), एक रंग और एक धर्म की स्थापना करना चाहती है।
क्या नए महागठबंधन की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस से होगा
इस सवाल पर भक्त चरण दास ने कहा कि जो होगा, अच्छे के लिए होगा। कल मैंने कहा था कि इतिहास बन रहा है, यह वास्तव में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। बिहार ने भाजपा मुक्त प्रदेश का संदेश दिया है। इस बीच कांग्रेस नेता और सांसद जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने एक ट्वीट में कहा कि बिहार ‘‘नो ऑपरेशन लोटस’’। उन्होंने लिखा कि कोई नकदी नहीं पकड़ी गई। ईडी की छापेमारी नहीं। असम का मुख्यमंत्री नहीं। कोई रिसॉर्ट यात्रा नहीं। सभी बिहार शैली में किए गए। सभ्य तरीके से और कम लागत में । मुख्यमंत्री को सबसे बड़ी पार्टी और अन्य का समर्थन मिलता है। महाराष्ट्र में भाजपा ने दलबदल किया। बिहार में भाजपा को खारिज और बेदखल कर दिया गया।
नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के CM पद की शपथ ली
जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को राजभवन में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लिया। बिहार के 8वीं बार सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पीएम मोदी (PM Modi) पर बड़ा हमला बोला। नीतीश (Nitish Kumar) ने कहा कि हम रहें या ना रहें, मोदी 2024 में नहीं रहेंगे। जो 2014 में आए वो 2024 में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए कि सबकी क्या स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री (2020 में) बनना नहीं चाहता था लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए। बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे। हमारी पार्टी के लोगों के कहने पर हम अलग हुए हैं।