पटना: बिहार में राजनीतिक स्थिति पल दर पल बदलती जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसके बाद वह एनडीए के समर्थन से 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। हालांकि अभी तक यह कयास ही हैं। जेडीयू ने रविवार सुबह विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसके साथ ही बीजेपी ने भी अपनी बैठक बुलाई है। इन बैठकों ने कयास को और भी हवा दी है।
शनिवार शाम को पटना में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई
वहीं शनिवार शाम को पटना में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में सभी विधायक और सांसद शामिल हुए। बैठक में राज्य के ताजा घटनाक्रम को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में कुछ लोगों ने मांग की है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में वापस आते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री ना बनाया जाए। इस बार सीएम बीजेपी का होना चाहिए।
'बिहार की स्थिति क्या है?'
वहीं इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश बीजेपी प्रमुख सम्राट चौधरी ने कहा, "न नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है और न ही किसी ने कोई समर्थन वापस लिया है। भाजपा यह जानना चाहती है कि बिहार की स्थिति क्या है, जब पार्टी यह जानेगी तभी तो कोई फैसला लेगी।" वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "यह संगठनात्मक बैठक थी। लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, पार्टी उसका स्वागत करेगी।"
तेजस्वी यादव को कुछ नहीं मालूम- विजय सिन्हा
इसके साथ ही तेजस्वी यादव के 'खेला होना बाकी है' वाले बयान पर विजय सिन्हा ने कहा कि उन्हें कुछ नहीं मालूम है। वह केवल खेला ही जानते हैं। इन्होंने बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार का माहौल बनाया है। बता दें कि बिहार में राजनीतिक हालातों को लेकर पटना और दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। हालांकि अभी तक स्थिति साफ़ नहीं हुई है, लेकिन इतना तय है कि नीतीश कुमार कुछ ना कुछ खिचड़ी अवश्य पका रहे हैं।