पटना: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार लालू यादव ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है। पटना के गांधी मैदान में आयोजित 'जन विश्वास महा रैली' में उन्होंने जमकर नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार में कोई गड़बड़ी नहीं हुई थी, लेकिन फिर भी नीतीश कुमार पलट गए। उन्होंने कहा कि बिहार में तेजी से काम हो रहा था लेकिन वह एक बार फिर से नरेंद्र मोदी के साथ चले गए।
नीतीश कुमार को मैंने कभी बुरा-भला नहीं कहा- लालू यादव
लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को मैंने कभी बुरा-भला नहीं कहा। हमें केवल इतना कहा कि वह पलटूराम हैं। लेकिन वह दोबारा हमारे पास आये और हमने दोबारा गलती कर दी। वह एक बार फिर से बीजेपी के पैरों में चले गए। उन्हें यह सब करते हुए शर्म नहीं आती है। उन्होंने गांधी मैदान में मौजूद भीड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इस भीड़ को देखकर नीतीश कुमार की तबियत ख़राब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब अगर दोबारा इधर आने की कोशिश करेंगे तो जोरदार धक्का लगेगा।
लालू ने पीएम मोदी पर भी बोला हमला
इसके साथ ही उन्होंने इस जनसभा में बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम आजकल परिवारवाद पर हमला बोल रहे हैं। तुम्हारे पास कोई परिवार नहीं है तो इसमें हम क्या करें। उन्होंने कहा कि यह लोग असली हिंदू भी नहीं हैं। हिंदुओं की मान्यताओं को भी नहीं मानते हैं, बस वोट लेने के लिए दिखावा करते हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर हमला बोलते हुए लालू यादव ने कहा कि क्या अभी तक भगवान बिना प्रतिष्ठा के ही थे।
'बीजेपी और आरएसएस वाले देशभर में हिंसा फैला रहे'
उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस वाले देशभर में हिंसा फैला रहे हैं। ये लोग देश की शांति भंग करना चाहते हैं। लेकिन इनके मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। इन्होने देश के युवा, किसानों, पिछड़ों, दलितों और गरीबों को परेशान किया है। अब यही लोग आगामी लोकसभा चुनावों में इन्हें सत्ता से हटाकर बदला लेगा। लालू यादव ने कहा कि अभी पिछड़े और दलित भाई के बीच जाकर हम लोगों को मेहनत करना है।
पिछड़ा और दलित सत्ता के मुख्य दरवाज़े पर आकर खड़ा
पहले दलित और पिछड़ों को वोट देने से अलग रखा जाता था। सामंती अपने दरवाज़ा पर वोट रखते थे। लेकिन हमने सबको शक्ति और अधिकार दिया, मंडल कमीशन लागू किया, ग़रीबों को ताक़त दिया। आज हर पिछड़ा और दलित सत्ता के मुख्य दरवाज़े पर आकर खड़ा है। उस एमलुम है कि उसे अपने विकास के लिए क्या करना है। अब कोई भी इन्हें बहका नहीं सकता है। लौ यादव ने इस जनसभा में भावुक होकर कहा कि जो लोग परिवारवाद पर हमला बोलते हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि मेरी बेटी ने किडनी दान देकर मुझे जीवनदान दिया है।