पटना: जमीन के बदले नौकरी के घोटाले मामले में सीबीआई द्वारा दायर आरोपपत्र में राजद प्रमुख लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का नाम है। इस बात को लेकर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ''....यह रिवर्स रॉबिनहुड है। रॉबिनहुड अमीरों को लूटता था और गरीबों को पैसे मुहैया कराता था।" लेकिन रॉबिनहुड के विपरीत, भ्रष्टाचार का पहला परिवार गरीबों को लूटता है, उनकी जमीनें हासिल करता है और अपनी जेबें भरता है, 600 करोड़ रुपए का घोटाला करता है।"
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कही ये बात
इस मामले में जेडीयू नेता केसी त्यागी का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि आरोपपत्र दाखिल करने के समय को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है। विपक्षी दलों की एकता का ध्यान रखें। इन जांच एजेंसियों का इस तरह दुरुपयोग पहले कभी नहीं हुआ था।
भाजपा नेता अजय आलोक का भी बयान आया सामने
इस मामले में बीजेपी नेता अजय आलोक ने कहा, 'नीतीश कुमार अगले 10-15 दिनों में बिहार के सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। 13 तारीख को जब इन्हें अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा, सीबीआई उनकी रिमांड मांगेगी और उन्हें हिरासत में भी ले सकती है।'
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि सोमवार को ही जमीन के बदले रेलवे में नौकरी घोटाले मामले में सीबीआई ने दूसरी फ्रेश चार्जशीट लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ दाखिल की थी। इस चार्जशीट में मुख्य प्वाइंट सीबीआई ने ये रखा था कि प्राइवेट कंपनी के नाम पर एक लैंड को 10.83 लाख रुपए में खरीदा गया और फौरन ये लैंड और इसके अलावा कुछ और लैंड तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव के नाम कर दी गई। इसके बदले बस 1 लाख रुपए के शेयर्स ट्रांसफर किए गए।
लैंड ट्रांसफर के दौरान कंपनी को ये जमीन तकरीबन 1 करोड़ 77 लाख की पड़ी थी और इसे मात्र 1 लाख रुपए में लालू और उनके परिवार के नाम ट्रांसफर कर दिया गया, हालांकि मार्किट वैल्यू और ज्यादा थी। जांच के दौरान सीबीआई ने एक हार्डडिस्क भी रिकवर की थी जिसमे नौकरी के लिए जमीन देने वाले कैंडिडेट्स की डिटेल्स थी।
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