नई दिल्ली: रविवार को बिहार में सत्ता परिवर्तन हो गया। नीतीश कुमार ने राज्य के सीएम के रूप में नौवीं बार शपथ ग्रहण कर ली। नीतीश कुमार तो मुख्यमंत्री बने रहे लेकिन उन्होंने अपने गठबंधन के साथी बदल लिए। रविवार सुबह 11 बजे तक वह महागठबंधन की सरकार चला रहे थे, लेकिन शाम 5 बजे शपथ लेने के बाद वह एनडीए की सरकार के मुख्यमंत्री बन गए। रविवार शाम को उनके समेत आठ अन्य मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की थी।
नीतीश कुमार के पाला पलटने के बाद आरजेडी और कांग्रेस के नेता जबरदस्त हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने बार-बार इस्तीफा देकर शपथ लेने पर नीतीश कुमार पर हमला किया है। जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा, "शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार जी अपना मफलर राज भवन में भूल गये। आधे रास्ते से वापिस लौटकर लेने आए तो राज्यपाल जी चौंक गए कि इस बार तो 15 मिनट भी नहीं हुए।"
'नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन छोड़कर जाने की आशंका पहले से ही थी'
वहीं इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन छोड़कर जाने की आशंका पहले से ही थी। खरगे ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, "देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं। पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू जी और तेजश्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं। अगर वह रुकना चाहते तो रुक जाते लेकिन वह जाना चाहते है। इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा। इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव और तेजश्वी यादव ने पहले ही दे दी थी। आज वह सच हो गया।"
नीतीश कुमार एक थके हुए मुख्यमंत्री थे- तेजस्वी
वहीं नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी हमला बोला था। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार एक थके हुए मुख्यमंत्री थे, लेकिन हमने उसने काम करवाया। लाखों युवाओं को नौकरियां दीं। विकास के कई काम शुरू करवाए। प्रदेश में पिछले 17 महीनों में जो हुआ, वह पिछले 17 साल में नहीं हो पाया था और नीतीश कुमार को शायद इसी बात का बुरा लग गया। इसलिए वह महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में चले गए। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को इस काम की जनता सजा देगी।