मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की ट्राइब्यूनल कोर्ट के फैसले के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2021 में जब्त की गई पवार की संपत्तियों को मुक्त कर दिया है। फैसले के बाद पार्थ और सुनेत्रा पवार की संपत्तियां भी मुक्त हो गई हैं। बता दें कि अजित पवार ने गुरुवार को ही एक भव्य समारोह में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
अजित पवार के लिए बड़ी राहत है ट्राइब्यूनल का फैसला
दिल्ली की बेनामी ट्रिब्यूनल के फैसले को अजित पवार के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि राजनीतिक पारी खत्म होने से जुड़ी भविष्यवाणियों को गलत साबित करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया अजित पवार ने न केवल बीजेपी के नेतृत्व वाली ‘महायुति’ में, बल्कि छठी बार उपमुख्यमंत्री बनकर महाराष्ट्र की राजनीति में भी अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। NCP संस्थापक के खिलाफ बगावत करने के एक साल से अधिक समय बाद अजित पवार अब अपने चाचा शरद पवार की छत्रछाया से मजबूती के साथ बाहर आ गए हैं।
विधानसभा चुनावों में NCP ने किया था शानदार प्रदर्शन
बता दें कि 20 नवंबर को 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में अजित पवार की पार्टी ने 59 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 41 सीटों पर उसे जीत मिली थी। यह 2024 के लोकसभा चुनाव में NCP के खराब प्रदर्शन के बिल्कुल विपरीत था, जिसमें पार्टी को राज्य में 4 में से केवल एक सीट मिली थी। अजित पवार ने बारामती से अपने भतीजे और NCP (SP) के उम्मीदवार युगेंद्र पवार को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया था। अजित पवार शरद पवार के बड़े भाई दिवंगत अनंत पवार के बेटे हैं।