कर्नाटक : सीएम को लेकर कांग्रेस में पशोपेश की स्थिति बनी हुई है। आज दोनों दावेदार मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात कर रहे हैं। पहले डीके शिवकुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की है और सूत्रों का कहना है कि डीके रोटेशनल सीएम फॉर्मूले के लिए तैयार नहीं हैं और वह सीएम के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा करना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले डीके को बैठक के लिए बुलाया गया है और इसके बाद सिद्धरमैया को बुलाया गया।
दोनों नेताओं की बात सुनने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस जीएस, संगठन केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक जीएस रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ एक और दौर की बैठक करेंगे, राहुल गांधी भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं। इस बैठक में दोनों नेता कांग्रेस अध्यक्ष को क्या कहेंगे, इस पर चर्चा की जाएगी और उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। सिद्धारमैया को डीके शिवकुमार से ज्यादा विधायकों का समर्थन मिला है, हालांकि पार्टी अध्यक्ष के तौर पर डीके शिवकुमार ने जमीन पर काफी मेहनत की है।
डीके शिवकुमार ने कहा-मुझे ही सीएम बनाया जाना चाहिए
सूत्रों के अनुसार डीके शिवकुमार का मानना है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए और इस पर अडिग हैं, हालांकि उनके खिलाफ चल रहे मामलों और सिद्धरमैया को विधायकों के समर्थन ने उनके मामले को कमजोर बना दिया है।
सूत्रों के मुताबिक DK शिवकुमार ने खरगे से कहा उन्हें ही CM बनाया जाना चाहिए। सिद्धारमैया पहले भी CM रह चुके हैं कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उच्च पद दिया CLP लीडर बनाया और अब उनकी बारी है।
इस बार पार्टी ने दलित, मुस्लिम और पिछड़े वोटों के साथ वोक्कालिगा और लिंगायत वोटर्स का भी शेयर मिला है और इसके साथ ही युवा वोटर्स ने भी कांग्रेस को चुना है, इसीलिए अब पार्टी को एक नया नेतृत्व दिया जाना चाहिए।
डीके ने कहा कि अगर सिद्धारमैया को CM बनाया गया तो 2024 में लिंगायत वोट नहीं मिलेंगे क्योंकि लिंगायत सिद्धारमैया को पसंद नहीं करते। 2019 में पार्टी में कलह के बाद जब पार्टी पूरी तरह बिखर गई तब मैंने ही पार्टी को सम्भाला और अब ऐतिहासिक जीत दिलाई है। ऐसे में पार्टी को चाहिए कि मेरे योगदान का सम्मान करे।