Bhattiyat Vidhansabha Chunav 2022: हिमाचल प्रदेश की भटियात सीट से कांग्रेस के प्रत्यासी कुलदीप सिंह पठानिया 25989 वोटों के साथ जीत का परचम लहराने में कामयाब रहे। उन्होंने बेहद करीबी टक्कर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बिक्रम सिंह को 1567 वोटों के अंतर से हराया। बीजेपी को यहां कुल 24422 वोट मिले। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार निर्मल सिंह 7741 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
बता दें कि इस बार भटियात सीट से भाजपा ने मौजूदा विधायक बिक्रम सिंह जरियाल को तीसरी बार यहां से चुनाव मैदान में उतारा था। उन्होंने 2012 और 17 में इस सीट से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार कांग्रेस के कुलदीप सिंह के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 में यहां भाजपा के बिक्रम सिंह जरियाल ने कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया को 6885 मतों के अंतर से करारी शिकस्त दी थी। इस बार कांग्रेस ने फिर कुलदीप सिंह पठानिया को टिकट दिया। जबकि भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक बिक्रम सिंह जरियाल पर तीसरी बार दांव खेला था। वहीं आम आदमी पार्टी ने नरेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया, जिन्हें महज 197 वोट मिले।
2017 में इस सीट पर पड़े थे 54.82 फीसद मत
भटियात विधानसभा सीट हिमाचल प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है। वर्ष 2017 में यहां 54.17 फीसद मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। भाजपा के बिक्रम सिंह जरियाल को 54.82 फीसद वोट शेयर के साथ 29,119 वोट और कांग्रेस के कुलदीप सिंह पठानिया को 41.86 फीसद वोट शेयर के साथ 22,234 वोट मिले थे। इस प्रकार भाजपा की करीब 6800 मतों से विजय हुई थी।
2012 से भटियात पर कायम रही भाजपा
वर्ष 2012 से यह सीट लगातार भाजपा के कब्जे में रही। यहां से बिक्रम सिंह जरियाल वर्ष 2012 से चुनाव जीतते आ रहे थे। 2017 से पहले वर्ष 2012 में भी बिक्रम सिंह ही यहां से भाजपा विधायक चुने गए थे। उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह पठानिया को बेहद कड़े मुकाबले में करीब 1000 मतों के अंतर से हराया था। वहीं वर्ष 2007 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह पठानिया रोचक मुकाबले में भाजपा के बिक्रम सिंह जरियाल को करीब सवा तीन सौ वोटों से हरा दिया था। इसके बाद से कुलदीप सिंह पठानिया को इस सीट पर कभी जीत नहीं मिली। हालांकि कांग्रेस ने एक बार फिर उन्हीं पर अपनी उम्मीद जताई है।