अयोध्या के पूराकलंदर इलाके में एक 12 साल की बच्ची से गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया गया। इसका खुलासा तब हुआ जब बच्ची गर्भवती हो गई। इस मामले में कथित तौर पर आरोप मोईद खान सहित कुछ अन्य लोगों पर लगा है। मोईद खान का नाता समाजवादी पार्टी से बताया जा रहा है। सीएम योगी ने इसे लेकर बड़ी कार्रवाई की है। अब इसके बाद मुद्दे पर सियासत चरम पर है। एक तरफ जहां भाजपा नेताओं ने समाजवादी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं ने करारा हमला बोला है। वहीं अयोध्या में पीड़िता के घर बीजेपी का डेलीगेशन भी पहुंचा है।
अयोध्या गैंग रेप में तीसरा निलंबन हो चुका है। भदरसा पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही रोहित यादव को भी सस्पेंड कया गया है। जांच के बाद एसएसपी राजकरण नैय्यर ने उसे सस्पेंड किया है। बता दे ंकि मामले में एसएचओ व पुलिस चौकी इंचार्ज पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं ।
मामले पर सियासत चरम पर
अयोध्या रेप केस पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने कहा कि ऐसे तो लोग मुख्यमंत्री से मिलने के लिए चिल्लाते हैं लेकिन अपॉइंटमेंट नहीं मिलता है लेकिन पीड़िता की मां मुख्यमंत्री के पास जाकर फौरन बात कर लेती है। मुख्यमंत्री से 5 मिनट में मुलाकात हो जाती है। बहुत सारी पीड़िता ऐसी हैं जिन्हे समझा कर बुलाया जाता है। अगर सच में बलात्कार हुआ है तो उन्हें फांसी होनी चाहिए लेकिन बार-बार समाजवादी पार्टी का नेता, मुसलमान है, यही दिखाई जा रहा है। समाजवादी पार्टी और मुसलमान दिखाने की क्या जरूरत है।
अबू आजमी ने आगे कहा कि जानबूझकर हमारी पार्टी को बदनाम करने की साजिश चल रही है। जब बलात्कार के मामले में भाजपा नेता आरोपी होते हैं तब कार्रवाई क्यों नहीं होती है। अभी तक इस केस में कुछ साबित नहीं हुआ है लेकिन आपने घर तोड़ना शुरू कर दिया है..कल अगर वह रेपिस्ट जांच से छूट गया तो क्या उसका घर वापस लाकर देंगे? संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि किसी आरोपी का घर तोड़ दिया जाए। अगर अवैध निर्माण हुआ था तो अब तक वहां के अधिकारी क्या कर रहें थे? वह चुप क्यों थे? जैसे ही कोई क्राइम होता है तो आपको हर चीज अवैध नजर आने लगती है।
अफजाल अंसारी ने कसा तंज
अफजाल अंसारी ने कहा है कि मोईद खान पर लगा जुर्म साबित हो गया है? अगर साबित हुआ तो हम धक्के मार कर निकाल देंगे लेकिन अगर साबित नहीं होगा तो क्यों निकालें। इस केस की जांच वह लोग कर रहे हैं जो सरकार में हैं। हम इस पीड़िता के साथ हैं लेकिन मोईद खान पर पहले एक्शन ले लें बिना किसी सबूत के अगर एविडेंस मिल तो कार्रवाई होगी। अपना चेहरा ना देखा गया आपसे बेवजह आईना तोड़ दिया।
अफजाल अंसारी ने कहा कि गाजीपुर मेंं बलात्कार करने वाले दोनो ठाकुर समाज से हैं, हम पूछते हैं कि उनके घर पर बुलडोजर कब चलेगा लेकिन हम अपराधी को किसी जाति और धर्म से नहीं देखते। अपराधी अपराधी होता है। अपराधी कोई भी हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, कार्रवाई करने से किसी ने नहीं रोका, बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए। लेकिन सिर्फ अयोध्या में रेप नहीं हुआ बल्कि मेरी लोकसभा में दो बेटियों के साथ दरिंदगी हुई। एक ढाई साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ। दोनो घटना में एक विशेष जाति और बीजेपी के नेता शामिल हैं। लेकिन हम अपराध को अपराध की नजर से देखते हैं। हम सरकार से पूछते है गाजीपुर में बुलडोजर कब चलेगा।
बीजेपी के मंत्री और निषाद समाज से आने वाले हरि सहनी से अयोध्या रेप केस और योगी के एक्शन पर कहा कि योगी सरकार ने बुलडोजर से आरोपी की बेकरी ही नहीं तोड़ी है बल्कि उसकी हेकड़ी भी तोड़ी है। अखिलेश यादव रेप के आरोपी को बचाने में लगे हैं, ये शर्मनाक है।
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, "अयोध्या घटना के संबंध में समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है। अखिलेश यादव की भावनाओं के बारे में हर कोई जानता है, उन्हें जांच पूरी होने तक किसी को बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।"
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के ट्वीट पर यूपी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा, "लोग समाजवादी पार्टी की सरकार को गुंडों की सरकार कहते थे, जैसे लोग एनडीए सरकार को बुलडोजर सरकार कहते हैं, इस सरकार से अपराधी डरते हैं, समाजवादी पार्टी की सरकार में अपराधी खुले सांड की तरह घूमते थे, अपराधियों को संरक्षण मिलता था। अगर उन्हें (अखिलेश यादव) सरकार की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है तो उन्हें खुद इस मामले की जांच करनी चाहिए।."
अयोध्या दुष्कर्म मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "...राहुल गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और 'टुकड़े टुकड़े' गैंग के सभी नेता इस मामले पर चुप हैं, क्योंकि आरोपी मुस्लिम है। जब सनातन के खिलाफ बोलने का मौका आता है, तो वे सभी एकजुट होकर इसके खिलाफ बोलते हैं।"
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा, "जब मैं उसके (पीड़िता के) घर गया तो उसकी मां भी कह रही थी कि लोग उस पर दबाव बना रहे हैं, इसलिए मैंने उससे कहा कि डरो मत, उसे न्याय मिलेगा। डीएनए टेस्ट की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि पीड़िता अस्पताल में भर्ती है और बयान दे रही है। अगर समाजवादी पार्टी यह (डीएनए टेस्ट कराने की) बात कह रही है, तो यह निश्चित रूप से आरोपियों को बचाने की साजिश है।
जब उनकी (सपा) सरकार सत्ता में थी, तो हमें नहीं लगता कि उन्होंने ऐसी किसी घटना में डीएनए टेस्ट का आदेश दिया था। जो कार्रवाई की जा रही है, वह जायज है, भले ही देर हो, सरकार द्वारा दिया गया नारा 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' खोखला है। उन्हें बेटियों को न्याय और सुरक्षा देनी चाहिए। आज वह (मोईद खान) समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने उन्हें पार्टी से नहीं निकाला।"