दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच चुनाव आयोग ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा कर दी है। दिल्ली में 5 फरवरी 2025 को मतदान किया जाएगा। बता दें कि दिल्ली में एक ही दिन मतदान होगा। वहीं चुनाव के रिजल्ट 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग राजनीतिक दलों द्वारा लगाए गए आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि भारतीय वोटर जागरूक है। साल 2020 से अबतक 30 राज्यों में चुनाव हो चुके हैं। इसमें 15 राज्यों में अलग-अलग सिंगल पार्टी सबसे बड़ी पार्टी साबित हुई है और उनकी सरकार बनी है। यह आंकड़ें यही बताते हैं कि भारतीय चुनावी प्रक्रिया कितनी निष्पक्ष है।
किस राज्य में कब हुए चुनाव, किसकी हुई जीत
चुनाव आयोग द्वारा इसके डेटा को भी शेयर किया गया। इस डेटा के मुताबिक साल 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद की सरकार बनी। इसके अलावा साल 2021 में 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव का आयोजन किया गया, जहां पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, तमिलनाडु में डीएमके, पुड्डुचेरी में एआईएनआरसी, केरल में सीपीआईएम, असम में भाजपा ने जीत दर्ज की। साल 2022 में 7 राज्यों में चुनाव का आयोजन किया गया, जहां हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस, पंजाब में आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की। वहीं यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर, गुजरात और गोवा में भाजपा ने जीत दर्ज की। इसके अलावा साल 2023 में 9 राज्यों में चुनाव हुए, जहां नागालैंड में एनडीपीपी, त्रिपुरा में भाजपा, मेघालय में एनपीपी, कर्नाटक में कांग्रेस, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा, मिजोरम में जेडपीएम और तेलंगाना में कांग्रेस ने जीत की।
सुप्रीम कोर्ट के बयान का मुख्य चुनाव आयुक्त ने दिया हवाला
इसके बाद साल 2024 में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव का आयोजन किया गया, जिसमें आंध्र प्रदेश में टीडीपी, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा में भाजपा, सिक्किम में एसकेएम, जम्मू कश्मीर में जेकेएनसी, हरियाणा, महाराष्ट्र में भाजपा और झारखंड में जेएमएम की सरकार बनी है। इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के बयान का हवाला देते हुए कहा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ईवीएम हैक हो ही नहीं सकता है। इसमें कोई वायरस या बग का डालने का कोई सवाल ही खड़ा नहीं होता है। इसके अलावा ट्रोजन हार्स या वायरस के कारण भी ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है। ईवीएम डिवाइस काउंटिंग के लिहाज से पूरी तरह से सुरक्षित है।