गुवाहाटी: असम आधुनिक इतिहास के सबसे समृद्ध दौर से गुजर रहा है और पिछले तीन वर्षों के दौरान राज्य की गरीबी दर में 25 फीसदी की गिरावट आई है। यह कहना है असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा का। उन्होंने नीति आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए यह दावा किया कि 80 लाख से अधिक लोग गरीबी से बाहर निकल चुके हैं।
नीति आयोग का एमपीआई शेयर किया
सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने नीति आयोग का राष्ट्रीय बहु-आयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) शेयर करते हुए कहा कि राज्य की गरीबी कुल अनुपात 2013-14 में 36.97 प्रतिशत से घटकर 2022-2023 में 14.47 प्रतिशत हो गई है।
80 लाख लोग गरीबी से बाहर निकले
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के तहत राज्य में 80 लाख लोग गरीबी से बाहर निकल चुके हैं। पिछले 3 वर्षों में, गरीबी अनुपात में 25 प्रतिशत की कमी आई है।''
तेजी से विकास कर रहा है असम
सीएम ने यह भी दावा किया कि पूर्वोत्तर राज्य में तेजी से विकास हो रहा है। असम देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो सकता है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''हम वर्तमान में तेजी से विकास पथ पर हैं, जिससे असम देश के शीर्ष 5 राज्यों में से एक बनकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।''
नीति आयोग ने 12 संकेतकों संपत्ति, बैंक खाते स्कूल में उपस्थिति, खाना पकाने के ईंधन, पोषण और बाल और किशोर मृत्युदर का उपयोग करके गरीबी की व्यापकता को देखने के लिए एमपीआई के रूप में जाना जाने वाला एक मूल्यांकन किया। (आईएएनएस)