गुवाहाटी: असम पुलिस ने कांग्रेस विधायक आफताब उद्दीन मोल्ला को मंदिरों, पुजारियों और नामघरों (असमिया समुदाय के प्रार्थना स्थल) पर उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया है। मोल्ला के बयानों से सूबे की सियासत में भूचाल आ गया था और कांग्रेस को उनके खिलाफ ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी करना पड़ा। पुलिस ने बुधवार को बताया कि मोल्ला को मंगलवार की रात उनके घर से गिरफ्तार किया गया। मोल्ला को दिसपुर थाना ले जाया गया जहां गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर दिगंता बोरा ने उनसे पूछताछ की। आफताब उद्दीन मोल्ला असम की जलेश्वर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
विधायक ने बिना शर्त मांग ली थी माफी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोल्ला ने एक सार्वजनिक बैठक में कथित तौर पर विवादित बयान देते हुए कहा था, ‘जहां भी कोई आपराधिक गतिविधि होती है, पुजारी, नामघरिया और संत शामिल होते हैं। हर जगह एक ही तस्वीर है।’ उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था। विवादों में घिरने के बाद मोल्ला ने बिना शर्त माफी भी मांग ली थी। असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बारा ने कहा कि आफताब उद्दीन ने गलत टिप्पणी की है और वह इसके लिए माफी मांगते हैं। हालांकि, कांग्रेस ने मंगलवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेज दिया है।
‘माफी तो कोई भी मांग सकता है, लेकिन…’
भूपेन बारा के हस्ताक्षरित ‘कारण बताओ नोटिस’ में विधायक से उनके बयान पर जवाब मांगा गया है। साथ ही जवाब न देने पर विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही गई है। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने कहा, ‘गलत टिप्पणी करने के लिए कोई माफी मांग सकता है। लेकिन हमें यह देखना होगा कि संबंधित मामले पर कानून की राय क्या है।’ शर्मा के बयान के कुछ घंटे बाद एक व्यक्ति ने आफताब उद्दीन मोल्ला के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। उसी केस के आधार पर कांग्रेस विधायक को गिरफ्तार किया गया है।