नई दिल्ली: 2024 के घमासान में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी अब खुलकर हिंदू मुसलमान का खेल खेल रहे हैं। पार्टी के अधिवेशन के बाद ओवैसी ने रैली की जिसमें टारगेट नंबर वन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे। ओवैसी ने कहा, हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले देश के दुश्मन है। वह संविधान को खत्म करना चाहते हैं। इस देश का कोई एक धर्म नहीं है। हिंदू राष्ट्र की मांग सीधे-सीधे सेकुलरिज्म, स्वतंत्रता को टारगेट करना है। यह बहुत ही गलत है, प्रधानमंत्री इस पर तुरंत रोक लगाए। वहीं, अमृतपाल के बहाने अमित शाह पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा, यह अमृत कौन हैं और अब तक अमित क्यों चुप बैठे है। आखिर हम इंदिरा गांधी से सबक क्यों नहीं सीख रहे हैं। जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं, अगर वैसा बयान कोई मुलमान देता सब उसके पीछे पड़ गए होते।
मुसलमानों को एकजुट कर रहें है ओवैसी
ओवैसी ने कहा, जो हिंदू लोग हैं क्या उन्होंने मोदी को वोट नहीं दिया। करीब 40% हिंदू समाज ने मोदी को वोट दिया। वह सभी मोदी को पसंद करते हैं। संसद में सभी प्रतिनिधित्व है ऐसे में मुस्लिम समाज पीछे क्यों हैं, दलित समाज के लोग जेल में क्यों हैं, स्कूल के बाहर यह समाज क्यों हैं, इस समाज से ग्रैजुएट्स कम क्यों हैं क्योंकि मुसलमानों के पास पॉलीटिकल लीडरशिप नहीं है जो उनके मुद्दे को उठा सके। इसीलिए इसमें कोई बुराई नहीं है इससे लोकतंत्र ही मजबूत होगा।
क्या ओवैसी प्रधानमंत्री बनेंगे?
इस सवाल पर कि क्या आप प्रधानमंत्री बनेंगे, ओवैसी ने कहा, ''मेरा उद्देश्य जीवन में प्रधानमंत्री बनना नहीं है। जब तक अल्लाह मुझे जिंदा रखेगा तब तक मेरा एक ही उद्देश्य है कि अल्पसंख्यक, क्रिश्चियन, दलित, आदिवासी समाज को राजनीतिक लीडरशिप बने। उनको भी प्रतिनिधित्व मिले ताकि वह भी तरक्की कर सके, ताकि उनके भी ख्वाब पूरा हो सके। यही मेरे जीवन का मकसद है। मेरे जीवन का मकसद मंत्री, संत्री या लाल लाइट लेकर घूमना नहीं है।''
2024 लोकसभा चुनाव में कहां-कहां लड़ेंगे?
ओवैसी ने बताया, हम हैदराबाद, औरंगाबाद, किशनगंज सहित अन्य सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कुल कितने सीटों पर लड़ेंगे यह अभी कहना बहुत जल्दबाजी होगी। वहीं, गैर बीजेपी Unitied front में शामिल होने पर उन्होंने कहा, मैं हमेशा कह रहा हूं कि अगर आपको गठबंधन करना है तो बात करिए लेकिन कोई बात नहीं करता। यह लोग चाहते हैं कि मुसलमान इनके सामने दबकर रहें, गूंगा बनकर बहरा बन कर रहे।
'मोदी ने मुसलमानों को राजनीति से गायब किया'
मोदी पर हमला जारी रखते हुए ओवैसी ने आगे कहा, बीजेपी को मुसलमानों के वोट की जरूरत नहीं है। मोदी जब से पीएम बने हैं तब से उन्होंने मुसलमानों को राजनीति से गायब कर दिया है और अब अन्य राजनीतिक दल भी मोदी के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। आप सभी बीजेपी के रास्ते पर चल रहे हैं। बीजेपी और अन्य कथित सेकुलर दलों में खुद को सबसे बड़ा हिंदुत्व साबित करने की होड़ लगी हुई है। मुझे एक बात समझ में नहीं आती है कि क्या चुनाव सिर्फ मुसलमानों से होता है। क्या चुनाव ठाकुर, ब्राह्मण, बनिया, कुर्मी, रेड्डी, कम्मा, वेल्मा से नहीं होता है। क्या चुनाव सिर्फ मुसलमानों से होता है। मुसलमानों को सिर्फ गाजर की पुंगी दे दो। आप मुसलमानों का वोट लेकर धोखा देते हैं।
'मोदी के पीएम बनने के बाद मुसलमानों पर हमले बढ़े'
ओवैसी ने कहा जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तभी से मॉब लिंचिंग, लव जिहाद, धर्मांतरण के नाम पर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। जुनैद-नसीर को जला दिया गया, पहलू खान, अखलाक, अकबर को मार दिया गया। नवाब मलिक को जमानत क्यों नहीं मिलती, आजम खान का राजनीतिक करियर बर्बाद कर दिया गया और रिवरफ्रंट घोटाला करने वालों को जेल नहीं होती। अगर आप इतने सेक्युलर है तो बताओ कि भारत की संसद में इतने कम मुसलमान क्यों जीतकर आते हैं। माना हम खराब है, अगर आप अच्छे हैं तो आए आप इन सवालों का जवाब दें।