Highlights
- असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश को अब एक कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है।
- AIMIM दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी: ओवैसी
- प्रधानमंत्री कॉरपोरेट टैक्स और उद्योगपतियों के ऋण माफ करते हैं: असदुद्दीन ओवैसी
Asaduddin Owaisi Latest News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने देश की मौजूदा सियासत के मद्देनजर एक बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने अहमदाबाद में शनिवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद भारत को एक कमजोर प्रधानमंत्री और कई दलों के मेल से बनी ‘खिचड़ी’ सरकार की जरूरत है, ताकि समाज के कमजोर वर्ग को लाभ हो सके। उन्होंने कहा, ‘एक ताकतवर प्रधानमंत्री सिर्फ ताकतवर लोगों की मदद करता है।’ ओवैसी ने साथ ही आम आदमी पार्टी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा।
‘बीजेपी से अलग नहीं है AAP’
AIMIM सुप्रीमो ने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी पर हमला करते हुए दावा किया कि वह गुजरात में सत्तारूढ़ बीजेपी से अलग नहीं है, क्योंकि उसने बिल्किस बानो मामले में दोषियों की रिहाई पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि AIMIM दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए AIMIM सुप्रीमो ने कहा कि ‘जवाहरलाल नेहरू’ के बाद सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री ने बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, चीनी घुसपैठ, कॉर्पोरेट कर छूट और उद्योगपतियों के बैंक ऋण के बारे में सवाल पर ‘व्यवस्था’ को दोषी ठहराया।
‘देश को कमजोर PM की जरूरत’
ओवैसी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि देश को अब एक कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है। हमने एक ताकतवर प्रधानमंत्री देखा है, अब हमें एक कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है ताकि वह कमजोरों की मदद कर सके। एक ताकतवर प्रधानमंत्री केवल ताकतवर लोगों की मदद कर रहा है। देश को एक खिचड़ी सरकार की जरूरत है। खिचड़ी सरकार से आशय विभिन्न दलों के सहयोग से बनी गठबंधन सरकार से है। जब कोई कमजोर प्रधानमंत्री बनता है, तो कमजोर को फायदा होता है, लेकिन जब एक मजबूत व्यक्ति प्रधानमंत्री बनता है, तो ताकतवर को फायदा होता है।’
नीतीश पर भी बरसे AIMIM सुप्रीमो
मुफ्त में सौगात बांटने को लेकर जारी राजनीति बहस पर उन्होंने कहा, ‘जिसे आप सौगात कहते हैं, वह सभी की ओर से दी जा रही है। प्रधानमंत्री कॉरपोरेट टैक्स और उद्योगपतियों के ऋण माफ करते हैं। AAP भी बीजेपी से अलग नहीं है। दोनों एक ही बात कहते रहते हैं। AAP ने बिल्किस बानो मामले में एक शब्द भी नहीं कहा।’ वहीं, नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए AIMIM सुप्रीमो ने कहा कि वर्ष 2002 के गुजरात दंगे के समय बिहार के मुख्यमंत्री बीजेपी के सहयोगी थे, उन्होंने भगवा पार्टी के साथ सरकारें बनाईं और अब उन्होंने किसी और से हाथ मिला लिया है।