आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक तरफ जहां सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए समन जारी किया है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली सरकार में मंत्री राज कुमार आनंद के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी के नेता के यहां छापेमारी ऐसे समय पर की जा रही है कि जब ईडी के समक्ष अरविंद केजरीवाल को पेश होना है। गौरतलब कै इससे पहले दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को ईडी गिरफ्तार कर चुकी है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली सरकार के मंत्री के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले के तहत की जा रही है। छापेमारी में ईडी के अधिकारियों समेत सीआरपीएफ की एक टीम भी मौजू है।
कौन हैं राज कुमार आनंद?
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली की पटेल नगर विधानसभा सीट से विधायक राजकुमार आनंद पहली बार साल 2020 में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। पटेल नगर से आम आदमी पार्टी की टिकट पर उन्हें जीत मिली थी। सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले कैबिनेट में राज कुमार आनंद कई प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इन विभागों में सामाजिक कल्याण और एससी/एसटी कल्याण मंत्री का पद शामिल है। इसके अलावा राज कुमार आनंद गुरुद्वारा चुनाव और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार को भी संभाल रहे हैं।
राज कुमार आनंद की शिक्षा
राजकुमार आनंद के लिक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उनकी आयु 57 वर्ष है। उन्होंने एमए तक की पढ़ाई की है। राजनीति में आने से पूर्व वो एक सफल बिजनेसमैन थे। राजकुमार रेक्सिन और चमड़े का व्यापार किया करते थे। साथ ही उनका एक एनजीओ भी है। बता दें कि साल 2011 में राजकुमार आनंद ने अन्ना हजारे के नेतृत्व में हो रहे भ्रष्टाचार आंदोलन में भाग लिया था। इस अभियान में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल थे। यहीं राजकुमार की केजरीवाल से मुलाकात हुई और आगे चलकर जब आम आदमी पार्टी की स्थापना की गई तो राज कुमार आनंद ने भी आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर लिया।