गुजरात के बाद अरुणाचल प्रदेश में भी कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता लोम्बो तायेंग राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए। तायेंग के पाला बदलने के साथ 2019 में 60 सदस्यीय विधानसभा में चार सीटें जीतने वाली कांग्रेस के पास अब पूर्व सीएम नबाम तुकी रुप में केवल एक विधायक है। पिछले हफ्ते कांग्रेस के दो अन्य विधायक निनॉन्ग एरिंग और वांगलिन लोवांगडोंग बीजेपी में शामिल हो गए थे।
निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में शामिल
लोम्बो तायेंग के अलावा चकत अबो ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। चकत अबो तिरप जिले के खोंसा पश्चिम की निर्दलीय विधायक हैं। दोनों नेताओं ने ईटानगर में पार्टी के राज्य मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए।
अबो ने अपने पति तिरोंग अबो, जो कि नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवार थे की 2019 विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा से पहले संदिग्ध एनएससीएन आतंकवादियों द्वारा हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद उपचुनाव में खोंसा पश्चिम सीट जीती थी।
गुजरात में भी कांग्रेस को लगा झटका
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर और वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने जनवरी में अयोध्या में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का “बहिष्कार” करने के पार्टी के निर्णय पर आक्रोश प्रकट करते हुए इस्तीफा दे दिया। दोनों नेताओं ने राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के गुजरात में प्रवेश करने से महज तीन दिन पहले अपने निर्णय की घोषणा की। डेर और मोढवाडिया के कांग्रेस छोड़ने से कुछ दिन पहले, पार्टी के राज्यसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री नाराण राठवा अपने बेटे और बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
पोरबंदर सीट से विधायक मोढवाडिया ने सोमवार शाम गांधीनगर में गुजरात विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी को विधानसभा सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा। विधानसभाध्यक्ष के कार्यालय ने इस्तीफा स्वीकार किए जाने की पुष्टि की।