आंध्र प्रदेश में हाल ही में बनी टीडीपी, जनसेना और भाजपा की सरकार लगातार ये दावा कर रही है कि जगन रेड्डी की पूर्ववर्ती सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को खराब कर के रख दिया था। आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने अब ऐलान किया है कि वह वेतन और अपने कार्यालय के लिए नया फर्नीचर सहित कोई भी विशेष भत्ता नहीं लेंगे। इसके पीछे उन्होंने राज्य की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला दिया है।
फर्नीचर भी लेने से मना किया
सोमवार को उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने बताया कि कार्यालय के अधिकारियों ने उनसे कार्यालय के रेनोवेशन और नया फर्नीचर खरीदने के बारे में पूछा था। हालांकि, पवन ने इससे साफ इनकार कर दिया है। उपमुख्यमंत्री कल्याण ने कहा कि कुछ मत करो और इसे छोड़ दो। मैंने उनसे कहा कि कोई नया फर्नीचर मत खरीदो और अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद ही ले आऊंगा।
विभाग के पास धन का अभाव- पवन कल्याण
दरअसल, पवन कल्याण ने बताया कि सचिवालय के अधिकारी सदन में तीन दिन उपस्थित रहने के लिए 35,000 रुपये के उनके वेतन से संबंधित दस्तावेजों पर उनके हस्ताक्षर लेने आए थे। लेकिन पवन ने कहा कि वह वेतन नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि पंचायत राज विभाग के पास पर्याप्त धन का अभाव है, जिसके कारण उन्होंने वेतन लेने से मना किया।
पंचायती राज विभाग के मंत्री हैं कल्याण
आपको बता दें कि पवन कल्याण की पार्टी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपनी सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में उन्हें डिप्टी सीएम का पद मिला है। सोमवार को वह कल्याण पेंशन वितरण कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। कल्याण पंचायती राज विभाग के मंत्री भी हैं। (इनपुट: भाषा)
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