Highlights
- कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर हम जितना भी कहें, वह कम होगा- सिंधिया
- शर्मा का इस्तीफा दर्शाता है कि कांग्रेस अंदरूनी तौर पर किस तरह जर्जर हो चुकी- सिंधिया
Anand Sharma: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश की चुनाव संचालन समिति से इस्तीफा क्या दे दिया, अब राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी तेज होने लगी है। आनंद शर्मा के इस्तीफे को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस विपक्षी दल के संगठन पर सोमवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शर्मा का इस्तीफा बताता है कि कांग्रेस "अंदरूनी तौर पर जर्जर" हो चुकी है। शर्मा के इस्तीफे के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर सिंधिया ने कहा, ‘‘मैं भाजपा का आम कार्यकर्ता हूं और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर हम जितना भी कहें, वह कम होगा। यह (शर्मा का इस्तीफा) दर्शाता है कि कांग्रेस अंदरूनी तौर पर किस तरह जर्जर हो चुकी है।’’
सिंधिया ने विजयवर्गीय से की मुलाकात
दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) द्वारा जंतर-मंतर पर बुलाई गई "महापंचायत" के सवाल का केंद्रीय मंत्री ने जवाब नहीं दिया और ‘‘बहुत धन्यवाद’’ कहते हुए संवाददाताओं से बातचीत तुरंत समाप्त कर दी। इस बीच, सिंधिया ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर स्थित घर पहुंचकर उनसे और उनके परिवार से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के युवा बेटे महाआर्यमन भी उनके साथ थे।
गौरतलब है कि सिंधिया और विजयवर्गीय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड से हटाए जाने के बाद पहली बार मिले थे और करीब 25 मिनट की इस भेंट के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। हालांकि, संवाददाताओं के सवाल पर सिंधिया ने इस भेंट को ‘‘पारिवारिक मुलाकात’’ करार दिया
क्या बीजेपी में आएंगे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा?
वहीं, आपको बता दें कि शर्मा के इस्तीफे पर सियासी गलियारों में यह भी हलचल होने लगी है कि वे बीजेपी में आ सकते हैं। पिछले महीने आनंद शर्मा और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात भी हुई थी। तब भी यह लगा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा कहीं पार्टी तो नहीं बदल रहे हैं। हालांकि जेपी नड्डा ने इस बारे में कहा था कि इस बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है। आनंद शर्मा ने भी साफ किया है कि वे बीजेपी जॉइन नहीं कर रहे हैं। वे कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करते रहेंगे। हालांकि राजनीति में 'ना' का मतलब सिर्फ ना नहीं होता है। 'ना' कहने के भी कई मायने होते हैं।
कांग्रेस पार्टी की संचालन समिति से इस्तीफा उनका निजी निर्णय: जेपी नड्डा
इसी बीच मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आनंद शर्मा का कांग्रेस पार्टी की संचालन समिति पद से त्यागपत्र देना उनका निजी निर्णय है। मेरा उनसे एक मित्र के रूप में नाता रहा है। हम यूनिवर्सिटी में साथ में पढ़े हैं। जेपी नड्डा ने कहा कि हमने पार्टी जॉइन करने के बारे में कोई बात नहीं की। हम व्यक्तिगत रूप से एक दूसरे को जानते हैं। हमारे पास 'साझा संभावनाएं' हैं।