नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। ऐसे में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपना दमखम झोंकने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के पार्टी नेताओं के साथ एक लंबी बैठक की। इस बैठक में जम्मू कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रवीन्द्र रैना, देवेन्द्र सिंह राणा और केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह भी शामिल थे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और राज्य के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी राम माधव तथा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ भी इस विचार-विमर्श में शामिल थे।
चार घंटे तक चली बैठक
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की बैठक करीब चार घंटे तक चली। इस बैठक में चुनाव के दौरान भाजपा के उम्मीदवारों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही प्रचार रणनीति पर भी चर्चा की गई। वहीं कांग्रेस-एनसी गठबंधन को मुद्दा बनाकर चुनाव में घेराव करने पर भी योजना बनाई गई। भाजपा इस बार के विधानसभा चुनाव में धारा 370 हटने के बाद हुए विकास कार्यों की भी बात करेगी। भाजपा धारा 370 हटने के पहले और बाद के हालातों की तुलना चुनाव प्रचार के दौरान करेगी। इसके अलावा सुरक्षा के मुद्दे पर भी कांग्रेस और विपक्षी दल चुनावी दौर में भाजपा के निशाने पर रहेंगे।
जल्द घोषित होंगे उम्मीदवार
दरअसल, हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक अगले कुछ दिनों में होने की उम्मीद है। केंद्र शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 18 और 25 सितंबर और एक अक्टूबर को तीन चरणों में मतदान होने वाला है। मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। इससे पहले 2014 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं। पार्टी विशेष रूप से 2014 से भाजपा का गढ़ रहे जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस की चुनौती का सामना करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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