संसद के शीतकालीन सत्र से पहले आज मंगलवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के तमाम दलों के सांसद हिस्सा लेंगे। इस बैठक में सदन का सुचारु रूप से कामकाज सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों एवं इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा किए जाने की संभावना है।
बता दें कि, संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान दोनों सदनों में 17 बैठकें की जाएंगी। वहीं पिछले दिनों केंद्र सरकार ने शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि, इस सर्वदलीय बैठक के लिए लोकसभा व राज्यसभा में विभिन्न दलों के नेताओं को निमंत्रण भेजा है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी उपस्थित रहने की संभावना है। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के सुचारू रूप से संचालन के लिये सभी दलों के नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की है।
कांग्रेस सदन में उठाएगी यह मुद्दे
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर शनिवार को पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई में एक अहम बैठक बुलाई थी। करीब 70 मिनट चली बैठक में पार्टी सदन में भारत-चीन सीमा तनाव, महंगाई समेत कई मुद्दों को संसद में उठाने का फैसला लिया है जो जनता और देश की सुरक्षा से जुड़े है। इनमें साइबर क्राइम के मुद्दे को भी प्रमुखता से रखा गया है।
राहुल गांधी नहीं लेंगे हिस्सा
संसद का यह शीतकालीन सत्र मौजूदा पुराने भवन में ही आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ पहली बार उच्च सदन की कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही कोरोना की स्थिति ठीक होती दिख रही है, इसकिये इस बार यह सत्र बिना कोविड प्रतिबंधों के संचालित किया जायेगा। वहीं इस सत्र में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे।