Highlights
- पूर्वोत्तर प्रभारी अजय कुमार ने दावा किया है कि बीजेपी और टीएमसी के प्रति पूर्वोत्तर के लोगों में काफी नाराजगी है
- अमित शाह पर झूठ बोलने का लगाया आरोप
- कांग्रेस शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी
नई दिल्ली: पूर्वोत्तर में कांग्रेस छोड़कर लगातार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो रहे विधायकों और नेताओं को कांग्रेस पार्टी में वापसी कराएगी। पूर्वोत्तर प्रभारी अजय कुमार ने दावा किया है कि बीजेपी और टीएमसी के प्रति पूर्वोत्तर के लोगों में काफी नाराजगी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सिक्किम, नागालैंड और त्रिपुरा के प्रभारी डॉ. अजय कुमार जो पहले झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं, उन्होंने कुछ समय आम आदमी पार्टी में जाने के बाद कांग्रेस में वापसी की थी। इसके बाद पार्टी ने उन्हें पूर्वोत्तर का प्रभारी नियुक्त कर दिया था। नागालैंड हिंसा मामले में उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। पेश हैं बातचीत के कुछ अंश-
सवाल- पूर्वोत्तर में कांग्रेस पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए और चुनाव को देखते हुए किस तरीके की तैयारी कर रही है ?
जवाब- चुनाव अभी 2023 में है, लेकिन नागालैंड में जिस तरह से 14 लोगों की जो हत्या हुई थी, इसके बाद से वहां पर काफी आक्रोश है। त्रिपुरा की बात करें तो हम लोगों ने संगठन को मजबूत करने के लिए, एक नई नींव रखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर काम कर रहे हैं। उसी तरीके से पूरे पूर्वोत्तर में नागालैंड सिक्किम त्रिपुरा में मेहनत बहुत करने की आवश्यकता है, पार्टी को, संगठन को मजबूत करने के लिए। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की बांटने वाली राजनीति से सभी राज्यों की जनता बहुत नाराज है। लोगों में बहुत गुस्सा है। कहीं पर दूर-दूर तक विकास नहीं हुआ है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है, महंगाई चरम सीमा पर है। अब सरसों तेल प्लेट से गायब हो गया, केवल कान में डालने के लिए, नाक में डालने के लिए बचा है। प्रधानमंत्री मोदी के राज में देश में इतनी ज्यादा महंगाई हो गई।
सवाल- नागालैंड हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी। क्या रहा पार्टी का रुख इस मसले पर?
जवाब- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में झूठ बोला है कि मौन जिले में फायरिंग से पहले चेतावनी दी गई, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। आज नागालैंड के लोग दुख में भी क्रिसमस मना रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह समेत कोई भी केंद्रीय मंत्री नागालैंड नहीं पहुंचा। शाह को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। कांग्रेस इस मामले में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
सवाल- टीएमसी लगातार जिस तरीके से सभी राज्यों में पार्टी का प्रचार कर रही है और कांग्रेस के नेता लगातार टीएमसी में शामिल हो रहे हैं खासतौर पर पूर्वोत्तर भारत में, अब इसके लिए कांग्रेस पार्टी का आगे क्या प्लान है?
जवाब- तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भारतीय जनता पार्टी की स्पष्ट रूप से बी टीम है। आपने देखा कि टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी पर केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई बंद हो गई है। यह सेटिंग है टीएमसी और आम आदमी पार्टी की बीजेपी से इस देश की जनता को यह बात समझ में आ जानी चाहिए। टीएमसी को पैसे कहां से मिलने प्रशांत किशोर जो कि राजनीतिक रणनीतिकार है, उनको पैसे कहां से मिल रहे हैं। इससे पहले भी किया था और आज भी प्रधानमंत्री मोदी के लिए बीजेपी की साठगांठ बाकी पार्टियों से कराने के लिए प्रशांत किशोर काम कर रहें हैं। यह पूरे देश के साथ-साथ गोवा के लोगों को भी समझ में आ रहा है हाल ही में बीजेपी के गोवा से एक विधायक कांग्रेस में शामिल हुआ है।
सवाल- क्या आप कह रहे हैं कि जो कांग्रेस के लोग पूर्वोत्तर में पार्टी छोड़ कर गए थे वह अब कांग्रेस ने वापस आ रहे हैं?
जवाब- काफी लोग वापस आ रहे हैं। मैं इसी महीने 27-28 तारीख को त्रिपुरा दौरे पर रहूंगा। उस समय हमारा पूरा प्रयास होगा कि जो लोग कांग्रेस पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे, वह पार्टी में वापसी करें। नागालैंड में कांग्रेस के किसी विधायक ने पार्टी नहीं छोड़ी लेकिन बाकी प्रदेश जैसे कि मणिपुर और मेघालय में पार्टी के कुछ नेता और विधायक कांग्रेस में वापस आना चाहते हैं। हम इसके लिए पूरा प्रयास करेंगे। हमारा केवल यही कहना है कि ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी जनता के हित में काम नहीं कर रही हैं।
सवाल- गोवा में कांग्रेस पार्टी की तैयारियों को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आप कैसे देखते हैं? टीएमसी जिस तरीके से लगातार पार्टी का प्रचार प्रसार कर रही है उससे क्या कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है?
जवाब- गोवा में जानबूझकर सोच समझकर बीजेपी ने टीएमसी को चुनावी मैदान में उतारा है, लेकिन मुझे लगता है कि गोवा की जनता कितनी नासमझ नहीं है। पब्लिक को समझ में आ रहा है कि किस तरीके से प्रशांत किशोर पहले प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के लिए काम करते रहे थे, और आज टीएमसी के लिए भी यही काम कर रहे हैं।