झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन की शपथ के साथ ही उनकी पार्टी जेएमएम मे बगावत की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि चंपई सोरेन को सीएम बनाने के फैसले से जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम खासा नाराज हैं। तो वहीं विधायक चमरा लिंडा ने भी पार्टी आलाकमान से नाराजगी जाहिर की है। वहीं महागठबंधन के विधायकों को किसी भी संभावित टूट से बचाने के लिए झारखंड में अब रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। विधायकों को हैदराबाद ले जाया गया है, जहां उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच एक रिसॉर्ट में रखा गया है। बताया गया है कि अब इन विधायकों को 5 फरवरी को वापस रांची लाया जाएगा। उसी दिन चंपई सरकार को फ्लोर पर बहुमत साबित करना है। इसके लिए 5 और 6 फरवरी को विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाया गया है।
10 दिन में साबित करना होगा बहुमत
दरअसल, झारखंड जमीन घोटाले में ईडी की जांच के बाद सियासी उबाल है। हेमंत सोरेन सीएम पद से इस्तीफा देकर ईडी की कस्टडी में पूछताछ का सामना कर रहे हैं। तो शुक्रवार को जेएमएम नेता चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ले ली। चंपई सोरेन के साथ उनके दो मंत्रियों आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली है। आलमगीर आलम कांग्रेस के विधायक हैं जबकि सत्यानंद भोक्ता आरजेडी विधायक हैं। गवर्नर ने चंपई सोरेन को बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का वक्त दिया है।
5-6 फरवरी को विधानसभा का विशेष सत्र
शपथ ग्रहण के बाद चंपई सोरेन ने कैबिनेट की पहली मीटिंग भी की। जिसमें फैसला हुआ कि 5-6 फरवरी को असेंबली का दो दिन का स्पेशल सेशन बुलाया जाएगा। इसमें पहले ही दिन यानि 5 फरवरी को ही फ्लोर टेस्ट होगा। चंपई सोरेन ने कहा कि पिछले दिनों में जिस तरह की सियासी साजिश हुई। महागठबंधन ने उसे कामयाब नहीं होने दिया। अब उनकी सरकार हेमंत सोरेन के कामों को आगे बढ़ाएगी। शिबू सोरेन परिवार के खास माने जाने वाले चंपई सोरेन हेमंत सरकार के कामों को आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन अभी उनकी असली परीक्षी बाकी है।
रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू
झारखंड में नई सरकार की शपथ के साथ ही बगावत की आहट आ रही है। सूत्रों के मुताबिक चंपई सोरेन को सीएम बनाने से जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम इस कदर नाराज हैं कि वो पार्टी छोड़ने का प्लान कर चुके हैं तो विधायक चमरा लिंडा भी पार्टी के फैसले से नाराज चल रहे हैं। शुक्रवार को चंपई सोरेन की शपथ के दौरान ही, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के ज्यादातर विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई। तो शाम तक गठबंधन सरकार के करीब 40 विधायक हैदराबाद शिफ्ट कर दिए गए।
तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए हैदराबाद में झारखंड के विधायकों के ठहरने के लिए शानदार इंतजाम किया गया है। हैदराबाद एयरपोर्ट से विधायकों को लक्जरी बसों में बिठाकर लियोनिया रिसॉर्ट ले जाया गया। इस दौरान पूरे रास्ते में पुलिस तैनात थी। हैदराबाद में झारखंड के विधायकों को हाई सिक्योरिटी में रखा गया है। हर MLA के साथ 2-2 जवान तैनात किए गए हैं।
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