बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी एवं उसके सहयोगी दल जनता दल (सेक्युलर) को कर्नाटक में हुए उपचुनावों में बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने सूबे में संदूर और शिग्गांव विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ा था और दोनों ही सीटों पर पार्टी की करारी हार हुई है। वहीं, सूबे की चन्नपटना सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी ने ताल ठोकी थी, लेकिन उन्हें भी कांग्रेस प्रत्याशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस तरह बीजेपी गठबंधन को जहां एक तरफ पूरी तरह मायूसी हाथ लगी वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने एक बड़ी मनोवैज्ञानिक जीत दर्ज की।
हार गए 2-2 पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे
चन्नपटना से चुनाव लड़ रहे एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को उनके प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार सीपी योगेश्वर ने 25413 मतों के अंतर से मात दी। योगेश्वर को 112642 और निखिल को 87229 वोट मिले। संदूर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां कांग्रेस की ई अन्नपूर्णा को 93616 और बीजेपी प्रत्याशी हनुमंतु बंगारु को 83967 वोट मिले। इस तरह कांग्रेस प्रत्याशी ने 9649 मतों से जीत दर्ज की है। वहीं, शिग्गांव में कांग्रेस के यासिर अहमद खान पठान ने बीजेपी के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बेटे एवं बीजेपी उम्मीदवार भरत बोम्मई को 13448 मतों के अंतर से हराया है। इस तरह कर्नाटक में 2-2 पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों को हार का मुंह देखना पड़ा है।
झारखंड में भी बीजेपी की बड़ी हार
बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। एक तरफ जहां JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन को 50 से ज्यादा सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है वहीं BJP गठबंधन 30 से भी नीचे सिमटता नजर आ रहा है। हालांकि महाराष्ट्र में BJP+ का जादू भरपूर चला है और यह गठबंधन 220 से भी ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करता दिख रहा है। कमाल की बात है कि 150 से भी कम सीटों पर चुनाव लड़ी बीजेपी यहां 125 के आसपास सीटें जीतती दिखाई दे रही है। इस तरह देखा जाए तो जहां एक तरफ झारखंड से बीजेपी को मायूसी मिली है तो महाराष्ट्र ने खुश होने की वजह भी दी है।