नई दिल्ली: नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन छोड़ने के बाद अब ममता बनर्जी के भी अलग होने की खबरें आ रही हैं। ममता बनर्जी पहले ही पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। हालांकि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि टीएमसी अभी इंडिया गठबंधन से लग नहीं हुई है।
इसी बीच टीएमसी के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है कि राज्य में सीट बंटवारा ना हो पाने की सबसे बड़ी वजह कांग्रेस है। अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि पिछले आठ महीनों में बार-बार याद दिलाने के बावजूद, कांग्रेस सीट बंटवारा समझौते पर मुहर लगाने में विफल रही है। उन्होंने दावा किया कि हमने 31 जनवरी तक सीट बंटवारे का मुद्दा निपटाने की बात कही थी लेकिन इसमें विफल रहे।
'कांग्रेस बार-बार कर रही टीएमसी पर हमला'
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव ने ‘‘भाजपा के हाथों में खेलने’’ और राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी होने के बावजूद पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार पर बार-बार हमला करने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की आलोचना की। टीएमसी नेता ने कहा, ‘‘गठबंधन के मानदंडों के अनुसार, सबसे पहली चीज जो आप करते हैं, वह सीट-बंटवारे पर मुहर लगाना है। हमने सीट-बंटवारे के मुद्दे पर मुहर लगाने के लिए आठ महीने तक इंतजार किया था, लेकिन कांग्रेस निष्क्रिय बैठी रही और कुछ भी आगे नहीं बढ़ पाया।’’
अधीर अपने बयानों से बीजेपी को कर रहे मजबूत
अधीर रंजन चौधरी पर हमला बोलते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वह पिछले कई महीने से ममता बनर्जी को चुनौती दे रहे हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना सहयोगी बताती है। वह पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि अधीर ऐसी मांग करके किसकी मदद कर रहे हैं। वह अपने बयानों से कांग्रेस के नहीं बल्कि बीजेपी के हाथों को मजबूत कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि बीजेपी की बी टीम कौन है?