केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का आज आखिरी दिन है। शाम 4 बजे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा का जवाब देंगे। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की जाएगी। इससे पहले 8 अगस्त और 9 अगस्त को भी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो चुकी है। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने की थी। कल राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास किया। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधा कहा कि मणिपुर मामले पर विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
अधीर रंजन ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
इसी कड़ी में लोकसभा में आज हो रही चर्चा पर अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। अधीर रंजन चौधरी जैसे ही सदन में पहुंचे, इस दौरान मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। पीएम मोदी के सदन में आते ही उन्होंने कहा, ये हमारे अविश्वास प्रस्ताव की ताकत है कि प्रधानमंत्री को खींचकर सदन में ले आए। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि बहुमत आपके पक्ष में हैं। लेकिन परिस्थितिया कुछ ऐसी थीं कि हमें यह प्रस्ताव लाना पड़ा। नीरव मोदी को लेकर अधीर रंजन चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना भी साधा।
विपक्ष का वॉकआउट
अधीर रंजन चौधरी के बयान के बाद सदन में हंगामा मच गया। वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सदन में कहा, हम यहां अपने 'तुम अभी चुप रहो' गणतंत्र में सवाल पूछने आए हैं, जहां प्रधानमंत्री एक राज्यपाल से कहते हैं 'चुप रहो'। इस सदन में निर्वाचित सांसद के रूप में हमसे नियमित रूप से कहा जाता है 'चुप रहो'। यह प्रस्ताव मणिपुर में इस मौन संहिता को तोड़ने के लिए है। पीएम मोदी हमारी बात नहीं सुनेंगे, आखिरी दिन आकर भाषण देंगे। मुझे नहीं पता कि इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण क्या है, हमारे प्रधानमंत्री ने संसद में आने से इनकार कर दिया या उन्होंने मणिपुर जाने से इनकार कर दिया। हालांकि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया भाषण दे रहे थे तब विपक्ष के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।