नई दिल्ली: देश के नए संसद भवन में आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तिरंगा फहराया। इस कार्यक्रम में लोकसभा स्पीकर समेत पक्ष और विपक्ष के तमाम नेता शामिल हुए लेकिन मीडिया द्वारा किए गए एक सवाल से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भड़क गए और कहा कि अगर मैं यहां जरूरी नहीं हूं तो मुझे बता दें, मैं चला जाऊंगा।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे में से कोई भी शामिल नहीं हुआ था। इसी बात को लेकर अधीर रंजन से सवाल पूछा गया तो वह गुस्सा हो गए और कहा, 'मैं अगर यहां जरूर नहीं हूं तो मुझे बताइए, मैं चला जाता हूं। उन पर ध्यान केंद्रित करें जो यहां हैं। मैं यहां हूं, क्या ये काफी नहीं है।'
खरगे क्यों शामिल नहीं हुए?
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस कार्यक्रम में शामिल होने में असमर्थता जताई थी और कहा था कि उन्हें कार्यक्रम का निमंत्रण देरी से मिला। उन्होंने निराशा जताते हुए कहा था कि उन्हें इस समारोह का न्यौता देने में देरी की गई। खरगे ने शनिवार को राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया है कि खरगे को समारोह का न्यौता 15 सितंबर को देर शाम को मिला था। खरगे का कहना है कि वह 16-17 सितंबर को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में भाग लेने के लिए हैदराबाद में हैं और रविवार की रात में दिल्ली लौटेंगे।
18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र
संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। ऐसे में कैबिनेट मंत्रियों को नए संसद भवन में कमरों का बंटवारा किया जा चुका है। जिन मंत्रियों को कमरे मिले हैं, उसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, अर्जुन मुंडा, विदेश मंत्री एस जयशंकर, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी, अश्विनी वैष्णव शामिल हैं।
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