नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के मुखिया गुलाम नबी आजाद ने इंडिया टीवी के खास शो ‘आप की अदालत’ में सियासत की दुनिया से जुड़े कई दिलचस्प खुलासे किए। जब सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गई थीं, उस दौरा का सीताराम केसरी से जुड़ा एक काफी मशहूर किस्सा है कि उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया था, और बाद में घसीट कर बाहर निकाला गया। जब ‘आप की अदालत’ में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने आजाद से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बेहद दिलचस्प जवाब दिया।
‘ऐसा कोई करता है क्या?’
कभी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे गुलाम नबी आजाद से जब पूछा गया कि क्या सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए सीताराम केसरी को कमरे में बंद कर दिया गया था, तो उन्होंने इसे ‘बकवास’ करार दिया। आजाद ने कहा, ‘नहीं, नहीं। यह सब बकवास है। नॉनसेंस। वह घर चले गए थे। ऐसा कोई करता है क्या? हमारे लिए सम्मानित हैं वह।’ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस पार्टी को फायदा हुआ था लेकिन आज सिस्टम नहीं चल पा रहा है।
सोनिया क्यों नहीं बनीं पीएम?
'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों के जवाब देते हुए गुलाम नबी आजाद ने इस बात से भी पर्दा उठा दिया कि सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनने से इनकार क्यों कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘उनकी फैमली की कोई परेशानी थी (पीएम बनने को लेकर)। मैंने अपनी किताब में लिखा है कि वह जो सुषमा जी ने कहा कि वह अपने बालों का मुंडन करवा कर पूरे देश में घूमेंगी, तो मेरे खयाल से फैमली उससे डर गई कि एक नया विवाद न खड़ा हो जाए, मुश्किल से तो सत्ता मे आए हैं।’