चुनाव रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के को-ऑर्डिनेटर प्रशांत किशोर ने लोकप्रिय टीवी शो आप की अदालत में जनसुराज पार्टी को लेकर कई खुलासे किए। इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह चुनावी खर्चे के लिए 2 करोड़ लोगों से 100-100 रुपये लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी का जोर शिक्षा और विकास पर होगा।
लोकसभा चुनाव में बिहार के नतीजों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 25-30 सालों से बिहार में लालू यादव का प्रभाव सबसे बड़ा फैक्टर है। प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर को बिहार में अपनी जन सुराज पार्टी शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से फायदा
प्रशांत किशोर ने कहा,'इस साल के लोकसभा चुनाव का सबसे बड़ा फायदा हम जैसी पार्टियों को होगा, जो मतदाताओं को विकल्प दे रही हैं। अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव में 350 से 400 सीटें जीत जाती, तो फिर हमें बिहार में काम करने में मुश्किल होती...भारत जैसे देश में विपक्ष कभी कमजोर नहीं होगा, जहां 60 करोड़ से ज्यादा लोग हर दिन 100 रुपये से कम कमाते हैं। कोई भी विज्ञापन या फिर पीआर फेसबुक, यूट्यूब के माध्यम से उन्हें प्रभावित नहीं कर सकता। वे आपके बंधुआ मजदूर नहीं हैं।'
शिक्षा और विकास पर रहेगा जोर
अगले महीने लॉन्च होने वाली अपनी जन सुराज पार्टी के बारे में प्रशांत किशोर ने कहा कि वे बिहार में करीब 2 करोड़ लोगों से 100-100 रुपए जमा करेंगे ताकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में वे अपनी पार्टी के खर्च को पूरा कर सकें। उन्होंने कहा, 'मेरी पार्टी का जोर शिक्षा और विकास पर रहेगा।'
राजनीतिक धुरी बनी रहेगी बीजेपी
चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि बीजेपी अगले 25 से 30 सालों तक राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक धुरी बनी रहेगी, चाहे वह चुनाव जीते या हारे। उन्होंने कहा, '1950 से 1990 तक कांग्रेस राजनीतिक धुरी थी और अब यह राजनीतिक धुरी कांग्रेस से बीजेपी की ओर स्पष्ट रूप से स्थानांतरित हो गई है।'