जम्मू-कश्मीर के डोडा में गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि गुजरात और हिमाचल में कांग्रेस अच्छा करेगी तो बहुत अच्छी बात है। AAP यूनियन टेरिटरी दिल्ली की पार्टी है, वो राज्य को नहीं चला सकती। आज अगर पंजाब में चुनाव होगा तो AAP को कुछ नहीं मिलेगा। गुजरात और हिमाचल में BJP का मुकाबला कांग्रेस ही कर सकती है।
गुलाम ने अपनी पार्टी का नाम रखा था 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी'
हाल के समय में गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर अपनी खुद की पार्टी बना ली। गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई पार्टी का नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) रखा। अपनी नई पार्टी को लेकर गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि लगभग 1,500 नाम हमें उर्दू, संस्कृत में भेजे गए थे। हिन्दी और उर्दू का मिश्रण 'हिन्दुस्तानी' है। हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो। इसलिए पार्टी का ये नाम तय हुआ।
पिछले दिनों गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि 'हमारे पास तीन मुख्य एजेंडा हैं। पहला राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए, दूसरा जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए जमीन खरीदने के अधिकार को आरक्षित करने के लिए और तीसरा केवल स्थानीय युवाओं के लिए नौकरियों के अधिकार आरक्षित करने के लिए।'
बता दें कि गुलाम नबी आजाद लंबे समय से कांग्रेस में रहे और देश की सत्ता में भी रहे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी में भी वे विभिन्न बड़े पदों पर रहे। लेकिन हाल के वर्षों में वे अपनी ही कांग्रेस पार्टी में हाशिए पर डाल दिए जाने लगे थे। गांधी परिवार के खिलाफ आवाज उठाने वाले जी 23 ग्रुप में भी वे शामिल रहे, जो वरिष्ठ नेताओं का समूह था।