लखनऊ: केंद्रीय शिक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन पर अपने परिवार को मजबूत करने का आरोप लगाया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित 'सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन' में कुर्मी समाज के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा कि 'कल मैं एक समाचार देख रहा था। एक परिवार के युवराज (अखिलेश) कह रहे थे कि हम पिछड़ों को एकजुट कर रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आप पिछड़ों को एकजुट कर रहे हैं या परिवार को मजबूत कर रहे हैं।'
प्रधान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधान ने कहा 'दिल्ली में खानदानी पार्टी तय नहीं कर पाती है कि उनका नेतृत्व कौन करेगा, उस पार्टी की हालत देखिए।' उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस पार्टी कहती है कि हम सत्ता में आएंगे तो पेंशन योजना को लागू करेंगे, मैं कहता हूं- आप खुद पेंशन पर हो।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार किया। छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति साहू जी महाराज, सरदार बल्लभ भाई पटेल को स्मरण करते हुए उन्होंने बीजेपी के राज में कुर्मी समाज के नेताओं को मिले महत्व को सिलसिलेवार गिनाया।
‘मोदी सरकार ने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता दी’
प्रधान ने कहा, 'अगर अपराध बढ़ता है, तो नुकसान अमीर का नहीं, गरीब का सबसे ज्यादा होता है, पिछली सरकारों में अपराध का स्तर क्या था, आप सब जानते हैं। पिछली सरकारों में एससी-एसटी कमीशन बना था, लेकिन OBC कमीशन नहीं बना था। OBC कमीशन को संवैधानिक मान्यता देने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।' उन्होंने कहा कि 'मेडिकल कॉलेज में विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए ओबीसी समुदाय को आरक्षण का लाभ मोदी जी की सरकार ने दिया है। पहले यह लाभ सिर्फ एससी और एसटी के लिए था। जब मोदी प्रधानमंत्री बने, पहली बार पेट्रोल पंप देने में ओबीसी समुदाय को 27 फीसदी आरक्षण दिया गया।'