नई दिल्ली: दिनभर की राजनीतिक गहमागहमी के बाद मंगलवार देर रात गुजरात राज्यसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए। कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले अहमद पटेल ने जीत दर्ज करते हुए राज्यसभा में अपनी जगह बरकरार रखी है। पटेल को कुल 44 वोट मिले। वहीं भाजपा की ओर से अमित शाह और स्मृति ईरानी ने भी राज्यसभा में अपनी सीट पक्की की। यह चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ था।
गुजरात राज्यसभा चुनाव पर पिछले कई दिनों से चल रही रस्साकशी के बीच आपके दिमाग में ये सवाल जरूर उठता होगा कि नेता आखिर राज्यसभा जाने के लिए इतना मारामारी क्यों करते है। राज्यसभा पहुंचने वाले सांसदों के वेतन और सुविधाओं को लेकर भी सवाल आया होगा। तो बता दें कि राज्यसभा सांसद वेतन के मामले में भले ही लोकसभा के सांसदों से पीछे हो लेकिन इन्हें मिलने वाली सुविधाएं काफी अहम होती हैं। आपको बता दें कि राज्यसभा सदस्यों का वेतन महज 16 हजार रुपये प्रतिमाह होता है लेकिन सुविधाओं का इतना भरमार है कि राजनेता इसे चूकना नहीं चाहते। आइए आपको बताते हैं राज्यसभा सदस्यों की सैलरी और सुविधाओं से जुड़ी खास बातें...
मासिक वेतन
राज्यसभा सांसदों का वेतन विधानसभा सदस्यों से भी कम होता है लेकिन सुविधाओं के मामले में ये उनसे कही आगे होते हैं। वेतन के तौर पर इन्हें हर माह केवल 16000 रुपए मिलते हैं। यह सैलरी उन्हें वेतन और भत्ता मेंबर ऑफ पार्लियामेंट एक्ट 1954 सैलरी, अलाउंस और पेंशन के तहत दिया जाता है।
दैनिक भत्ता
राज्य सभा सांसदों को दैनिक भत्ते का भुगतान सदन चलने के अनुसार होता है। साल में जितने दिन भी सदन चलता है, उन्हें उतने ही दिन का दैनिक भत्ता एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाता है।
संवैधानिक भत्ता
वहीं इन्हें 20 हजार रुपये प्रतिमाह अलग से संवैधानिक भत्ता मिलता है। इसके अलावा कार्यालय व्यय भत्ते के नाम पर प्रत्येक राज्य सभा मेंबर को 20 हजार रुपए प्रतिमाह मिलते हैं।
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