नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ की पश्चिम बंगाल में रविवार को रैली रद्द होने के बाद एक और रैली रद्द हो सकती है। मुख्यमंत्री योगी का मंगलवार को पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में रैली करने का कार्यक्रम है लेकिन अभी तक राज्य सरकार की तरफ से रैली के लिए जरूरी इजाजत नहीं दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार ने योगी आदित्यनाथ की रैली के लिए राज्य सरकार की तरफ से अभी तक न तो सभा स्थल और न ही हेलीपैड पर हैलिकॉप्टर उतारने की इजाजत दी है। राज्य की भाजपा इकाई ने इजाजत के लिए आवेदन किया हुआ था लेकिन अभी तक राज्य सरकार की तरफ से अनुमति नहीं मिली है।
आदित्यनाथ को पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट में रविवार को भी ‘‘गणतंत्र बचाओ रैली’’ को संबोधित करना था लेकिन उनके हेलीकॉप्टर को समारोह स्थल के निकट उतरने की अनुमति नहीं मिली जिससे वह रैली में शामिल नहीं हो सके।
हालांकि बाद में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऑडियो लिंक के जरिए रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘तृणमूल सरकार ने मुझे आने और आपसे मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी। इसलिए आपको संबोधित करने के लिए मुझे मोदी जी के डिजिटल इंडिया का सहारा लेना पड़ा। यह तृणमूल सरकार जन विरोधी, लोकतंत्र विरोधी है और इसने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल सरकार भाजपा से भयभीत है और यह भलीभांति जानती है कि बंगाल में उसके गिने चुने दिन बचे हैं। उन्होंने तृणमूल सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीतिक के लिए पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा रोकने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि राज्य में भाजपा की सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करें।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी को यह याद रखना चाहिए कि वह सरकार और उसकी एजेंसियों का राज्य में दुरुपयोग नहीं कर सकतीं। यह शर्मानाक है कि सरकारी अधिकारी राज्य में तृणमूल कांग्रेस के कैडर की तरह काम कर रहे हैं।’’