गोरखपुर: संगीतकार ए.आर. रहमान के खिलाफ फतवा जारी करने को लेकर उठे विवाद पर निशाना साधते हुए विवादास्पद BJP सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हिंदू धर्म में वापसी करने पर एआर रहमान का स्वागत है। फतवा जारी करने के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कहा कि रहमान के लिए 'घर वापसी' का यह सही वक्त है। आदित्यनाथ ने इस फतवा को 'हास्यास्पद' करार दिया।
ईरानी फिल्म ‘मोहम्मद : मेसेंजर ऑफ गॉड’ पर आपत्ति जताते हुए मुंबई के एक मुस्लिम समूह 'रजा एकेडमी' ने हाल में रहमान और प्रसिद्ध ईरानी निर्देशक माजिद माजिदी सहित फिल्म से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ फतवा जारी किया था।
इस विवादास्पद फतवा के बारे में पूछे जाने पर आदित्यनाथ ने गोरखपुर में शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, रहमान के खिलाफ फतवा जारी करना अपने आप में हास्यास्पद है और अगर कोई वापसी (हिंदू धर्म में वापसी) करना चाहता है, तो हम उनका स्वागत करेंगे। रहमान के लिए योगी के सुझाव की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने शनिवार को इसे 'घृणास्पद' करार दिया, जबकि केंद्रीय संस्कृति मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता महेश शर्मा ने बयान देने से इनकार कर दिया।
कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, मैं इसे सरासर घृणास्पद कहूंगी। आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, यह आपकी व्यक्तिगत पसंद है... यह बयान वाकई में BJP का सही रंग दिखाता है, जो महज बांटने वाली राजनीति में यकीन करती है।
BJP की शाइना एनसी ने आदित्यनाथ के बयान पर बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत जैसे देश में हम रजा एकेडमी या इस मामले में किसी सांसद के बयान पर कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमाल फारूकी ने अफसोस जताते हुए कहा कि बीजेपी में कुछ लोगों को कुछ भी बोलने की आजादी है, जबकि उन्हें यह एहसास तक नहीं है कि वे चारों ओर 'जहर' फैला रहे हैं।