कोलकाता: झारखंड के रास्ते सीएम योगी प. बंगाल के पुरुलिया पहुंचे और रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि 'ममता बनर्जी घोटाालेबाजों को बचाने का काम करती हैं। उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों पर यकीन नहीं है।' सीएम योगी ने कहा कि 'ममता बनर्जी ने प. बंगाल को बर्बाद कर दिया है। यहां पर केंद्र सरकार के पैसे की लूट हुई है।' उन्होंने ये भी कहा कि 'आने वाले वक्त में प. बंगाल में BJP की सरकार बनेगी और तब TMC के गुंडे गले में तख्ती लटकाकर घूमेंगे, जैसे यूपी में SP और BSP के गुंडे घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि हमें बख्श दो।'
बता दें कि योगी को आज पश्चिम बंगाल में दो रैलियां करनी थी। लेकिन, ममता बनर्जी की सरकार ने बांकुड़ा मे रैली की इजाज़त नही दी जिसके बाद रैली रद्द करनी पड़ी। हालांकि, पुरुलिया की रैली करने के लिए योगी आदित्यनाथ झारखंड के रास्ते वहां पहुंचे और रैली को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ ने ऐसे वक्त में पुरुलिया में रैली की जब ममता बनर्जी कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को बचाने के लिए तीन दिन से धरने पर बैठी हैं।
सीएम योगी ने रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी पर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को बचाने का आरोप लगाया और पूछा कि आखिर वो पुलिस कमिश्नर को बचाने के लिए धरने पर क्यों बैठी हैं। उन्होंने साफ कहा कि शारदा घोटाले के आरोपी को ममता बनर्जी बचाने का काम कर रही हैं। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस से मिल रहे ममता को समर्थन पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि जब मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट ने CBI को दी थी तब केंद्र में BJP की नहीं बल्कि कांग्रेस की सरकार थी।
सीएम योगी ने कहा कि CBI जब कार्रवाई कर रही है तो ममता बनर्जी विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 'आज जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो ममता बोली कि हम तो सहयोग करने के लिए तैयार हैं। अगर ऐसा है तो पहले धरना देकर क्यों बैठी थीं?' सीएम योगी ने कहा कि इस मामले के साथ ही TMC की जड़ें उखड़ने वाली हैं, बंगाल को भ्रष्ट और बेइमान सरकार ने मुक्ति मिलने वाली है।' उन्होंने कहा कि 'प्रदेश के मुख्यमंत्री का इस तरह के धरने पर बैठना शर्मनाक है।'
सीएम योगी ने ममता बनर्जी पर धर्म की राजनीति करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'डेढ़ साल पहले इसी बंगाल में शारदीय नवरात्रि की दुर्गापूजा और मोहर्रम का कार्यक्रम एक साथ देश में पड़ा था। ममता सरकार ने मोहर्रम के कार्यक्रम को मंजूरी दी थी और दूर्गापूजा के कार्य में रोक लगाने का काम किया था।'