मुंबई: शिवसेना ने बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह शहरों के नाम बदलने में व्यस्त हैं लेकिन अपने राज्य के मूलभूत मुद्दों का हल नहीं निकाल रहे हैं। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि सैनिकों और पुलिसकर्मियों का कोई धर्म नहीं होता। इसी तरह जो लोग सत्ता में हैं उन्हें सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभाने पर ध्यान देना चाहिए। राम मंदिर का मुद्दा फिर से उठाते हुए उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना ने सवाल किया कि कब बनेगा मंदिर?
बुलंदशहर जिले में सोमवार को जंगल के पास गाय के अवशेष मिलने के बाद दक्षिणपंथी कार्यकर्ता भड़क उठे। सियाना में कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़प में एक पुलिस इंस्पेक्टर और 20 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई।
हिंसा के संबंध में बात करते हुए शिवसेना ने कहा, ‘‘योगी के शासन में दंगे हो रहे हैं। गौमांस को लेकर हुई हिंसा में एक पुलिसकर्मी की जान चली गई। सैनिकों और पुलिस का कोई धर्म नहीं होता है। इसी तरह जो लोग सत्ता में हैं उन्हें सिर्फ अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।’’
पार्टी ने तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनने पर जनता की भावनाओं का ध्यान रखते हुए हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर करने के योगी के बयान की भी निंदा की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह बयान बुधवार को दिया था। शिवसेना ने कहा कि आदित्यनाथ हैदराबाद का नाम बदलने की बात कर रहे हैं, लेकिन वह अपने राज्य के मूल मुद्दों को सुलझाने में असफल रहे हैं। सामना ने अपने संपादकीय में सवाल किया है, ‘‘उनके समक्ष खड़ा प्रश्न इतिहास से जुड़ा है जबकि वह जवाब भूगोल से जुड़ा हुआ दे रहे हैं। प्रश्न यह नहीं है कि हैदराबाद कब भाग्यनगर बनेगा, बल्कि यह है कि राम मंदिर कब बनेगा।’’