नयी दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और बाढ़ से त्रस्त राज्य में राहत कार्यों के लिए तत्काल धनराशि जारी करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद यहां कहा कि उनकी अपील पर प्रधानमंत्री ने बाढ़ के कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द ही केंद्रीय दल भेजने का आश्वासन दिया। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘राज्य पिछले 108 साल की सबसे भयंकर आपदा की चपेट में है। 15 दिन पहले सूखे की समस्या थी लेकिन आज बांध भरे हुए हैं और महाराष्ट्र से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण काफी नुकसान हुआ है। हमने इन सभी बातों को प्रधानमंत्री के समक्ष रखा।’’ कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘‘हर चीज समझी’’ और वह जल्द ही आकलन के लिए एक दल भेजेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राहत के तौर पर धनराशि तत्काल जारी करने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चर्चा करेंगे और हमें बताएंगे। मुझे विश्वास है कि वह राज्य की स्थिति से अवगत हैं क्योंकि उन्होंने पहले ही सूचना एकत्र कर ली है। हमें प्रतीक्षा करनी चाहिए।’’ हाल में येदियुरप्पा ने केंद्र से पुनर्वास कार्य के लिए तत्काल अंतरिम राहत के तौर पर 3,000 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया था।
येदियुरप्पा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल और नागर विमानन, आवासीय एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री के साथ संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी भी थे। जोशी ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल और अन्य केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के विधायकों के साथ बैठक में भाग लिया और राज्य के लिए विभिन्न परियोजनाओं एवं प्रस्तावों पर चर्चा की तथा तुमकुर-चित्रदुर्ग-दावणगेरे और धारवाड़-कित्तूर-बेलगावी के बीच नयी लाइन को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।’’ जोशी ने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और अन्य केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के विधायकों के साथ नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से नागर विमानन मंत्रालय से जुड़े कर्नाटक के मामलों पर मुलाकात की और मंत्री से मुंबई से हुबली के बीच एयर इंडिया और इंडिगो की नियमित सेवा का अनुरोध किया। बाद में पुरी ने एक ट्वीट किया कि उन्होंने ‘‘कर्नाटक तक हवाई पहुंच संबंधी मामलों पर चर्चा की’’।
विपक्षी दल कांग्रेस और जद(एस) ने गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के निजी तौर पर हालात का जायजा लेने के बावजूद राहत राशि की घोषणा में ‘‘विलंब’’ पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए अंतरिम राहत के तौर पर तत्काल 5,000 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की। यह पूछे जाने पर कि तत्काल राहत के तौर पर 3,000 करोड़ रुपये जारी करने को लेकर प्रधानमंत्री ने क्या कोई आश्वासन दिया, येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘एक आकलन के अनुसार नुकसान 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसमें क्षतिग्रस्त मकान, सड़कें और पुल शामिल हैं- हमें इन सब चीजों का समाधान ढूंढना पड़ेगा। हमने इन सब चीजों के बारे में प्रधानमंत्री को सूचित कर दिया है।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, 45 मिनट की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को राज्य में बाढ़ ग्रस्त इलाकों की गंभीर स्थिति से अवगत कराया और बताया कि बाढ़ से इतना नुकसान पहले कभी नहीं हुआ तथा राहत कार्यों और पीड़ितों के पुनर्वास के लिए अधिक निधि की जरुरत है। विज्ञप्ति में बताया गया कि सरकार के मुख्य सचिव टी एम विजय भास्कर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी रविकुमार भी बैठक में मौजूद रहे। कर्नाटक में बाढ़ एवं वर्षाजनित हादसों में मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार तक 62 पहुंच गई और 14 लोग अब भी लापता हैं।.