मुकुल रॉय, तृणमूल कांग्रेस
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासमखास रहे तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व रेल मंत्री मुकुल रॉय ने ऐलान किया था कि वह दुर्गा पूजा के बाद पार्टी से इस्तीफा दे देंगे। मुकुल के इस ऐलान के बाद पार्टी भी हरकत में आई और उन्हें 6 साल के लिए तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद ममता बनर्जी का दाहिना हाथ कहे जाने वाले मुकुल रॉय नवंबर में बीजेपी में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस में कभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले मुकुल रॉय को पार्टी ने गद्दार कहा था।
यशवंत सिन्हा, बीजेपी
साल 2017 के बीच में जब देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी तब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और अटल सरकार में मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा के एक लेख ने पार्टी में खलबली मचा दी। उनके लेख को जवाब देने प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्री सामने आए।
एक तरफ जहां पार्टी के मंत्री सिन्हा के विरोध में उतर आए थे उसी दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनावों में प्रचार के दौरान सिन्हा के सवालों का समर्थन किया था। बता दें कि जब जीडीपी 5.2 फीसदी पर पहुंची तो विपक्ष के बाद यशवंत सिन्हा ने ही सरकार पर हमला बोला था। बता दें कि अभी पार्टी में यशवंत सिन्हा के पास कोई खास पद नहीं है।