नई दिल्ली: साल 2017 समाप्त होने वाला है। इस साल राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी अहम रहा और कुछ ऐसे पल भी आए जिसे हमेशा याद किया जाएगा। इस साल तमाम राजनीतिक दल के नेता भी अपने विवादित बयानबाजी को लेकर चर्चा में रहे। किसी ने देशभक्ति, धर्म तो संप्रदाय को लेकर विवादित बयान दिया तो किसी ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर मर्यादाओं को पार कर दिया जिसमें पीएम मोदी को लेकर मणिशंकर अय्यर का बयान सबसे ऊपर है। तो आईए डालते हैं ऐसे ही उन तमाम बयानों पर जो सुर्खियों में रहे....
मणिशंकर अय्यर: गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांगेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। मणिशंकर अय्यर के बयान पर खूब राजनीति हुई। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिशंकर के इस विवादित बयान की निंदा की। राहुल गांधी ने पहले ही अपने नेताओं का आगाह कर दिया था कि कोई भी प्रधानमंत्री के खिलाफ किसी भी तरह की अभद्र टिप्पणी नहीं करेगा और अपने भाषण में मर्यादित भाषा का प्रयोग करेगा, बावजूद इसके कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने ऐसा किया। हालांकि अपने बयान के बाद मणिशंकर अय्यर ने माफी मांग ली थी, लेकिन इस बयान से कांग्रेस की जो जगहंसाई और नुकसान होना था वो हो गया। (पीएम मोदी को नीच कहनेवाले मणिशंकर अय्यर वाजपेयी को भी कह चुके हैं अपशब्द)
योगी आदित्यनाथ: गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान जब राहुल गांधी ने गुजरात के सोमनाथ मंदिर में गैर-हिंदू के तौर पर रजिस्टर में अपनी एंट्री की तो इस पर भी खूब सियासी बवाल मचा। यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राहुल गांधी के मंदिरों में बैठने के तरीके और पूजा पर कमेंट किया। बात यहां तक बढ़ी कि राहुल गांधी के गैर-हिंदू से लेकर जनेऊ संस्कार तक को निशाने पर ले लिया गया। यह मुद्दा उस वक्त सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। (‘राहुल गांधी मंदिर में भी ऐसे बैठते हैं, जैसे नमाज पढ़ रहे हों’)
अल्पेश ठाकोर: गुजरात के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए एक विवादित बयान दे डाला। अल्पेश ने कहा, 'मोदी जी कभी मेरी तरह काले थे, लेकिन चीफ मिनिस्टर बनने के बाद हर दिन ताइवान के इम्पोर्टेड मशरूम खाकर गोरे हो गए। मोदी हर दिन 4 लाख के मशरूम खाते हैं, इसलिए उन्हें गरीबों का खाना पसंद नहीं है।' इस बयान को लेकर लोगों ने भी सोशल मीडिया पर अल्पेश ठाकोर का खूब मखौल उड़ाया। (अल्पेश ठाकोर ने कसा तंज, 'मोदी जी का रंग मेरी तरह डार्क था, रोजाना 4 लाख का मशरूम खाकर हुए गोरे')
कांग्रेस के स्टार प्रचारक सलमान निजामी: कांग्रेस के स्टार प्रचारक सलमान निजामी राहुल गांधी के बहुत करीबी माने जाते हैं और वो अक्सर राहुल गांधी को लेकर काफी कुछ लिखते रहे हैं। सलमान निजामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित ट्वीट किया। निजामी ने अपने ट्विटर हैंडल पर राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और दादा जवाहरलाल नेहरू को लेकर कुछ लिखा था। यहां तक तो सब ठीक था लेकिन निजामी ने मोदी को लेकर उनसे उनके मां-बाप के बारे में पूछ लिया जो मोदी को नागवार गुजरा। इतना ही नहीं कुछ साल पहले सलमान निजामी ने एक ट्वीट किया था जिसमें लिखा था, 'तुम कितने अफजल गुरू को मारोगे, हर घर से अफजल निकलेगा।' इतना ही नहीं, गुजरात के अहमदाबाद में राहुल गांधी और सलमान निजामी के एक-साथ पोस्टर भी लिखे, जिसमें यह ट्वीट था। यह मुद्दा भी खूब गरमाया। (‘कांग्रेस हताशा में मुझे गाली दे रही है, मुझसे पूछते हैं कि मेरे मां-बाप कौन है’)
साक्षी महाराज: मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता साक्षी महाराज ने देश की बढ़ती आबादी को लेकर ऐसा बयान दिया जिसको लेकर वह सुर्खियो में आ गए। उन्होंने कहा कि देश की आबादी हिंदुओं की वजह से नहीं बढ़ रही है, यह कुछ समुदाय के लोगों के बढ़ रही है जो चार पत्नी रखते हैं और 40 बच्चे पैदा करते हैं। साक्षी महाराज का बयान ऐसे वक्त पर आया था जब प्रदेश में विधानसभा चुनाव दहलीज पर थे। ('4 बीवी, 40 बच्चे' वाले बयान पर साक्षी महाराज ने दी सफाई, BJP ने किया किनारा)
दयाशंकर सिंह: भाजपा नेता दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को पर ऐसा बयान दिया था जिसको लेकर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना पड़ गया था। मायावती पर पार्टी का टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए दयाशंकर सिंह ने उनकी तुलना **** से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि एक *** से भी बदतर चरित्र की आज मायावतीजी हो गईं हैं, इसलिए काशीराम के बनाए कार्यकर्ता उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं और बसपा समाप्त हो रही है। मायावती जी किसी को एक करोड़ में टिकट देती हैं, कोई दो करोड़ देने वाला मिलता है तो उसे टिकट दे देती हैं और शाम को तीन करोड़ देने वाला मिलता है तो उसे दे देती हैं। (मायावती के खिलाफ अपमानजनक बयान पर नपे दयाशंकर सिंह)