अहमदाबाद: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अनशनरत पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से मंगलवार को मुलाकात की और कहा कि वे पटेलों के लिए आरक्षण और किसानों के कर्ज माफ करने को लेकर जारी उनके आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे। ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि हार्दिक पटेल के अनिश्चितकालीन अनशन को विपक्षी कांग्रेस का समर्थन है और राज्य सरकार पटेल समुदाय और किसानों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही है। मंत्री की इस टिप्पणी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि हार्दिक के आंदोलन का सभी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं।
यशवंत सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, "केंद्र और राज्य की सरकारों को छोड़कर बाकी पूरा देश हार्दिक के अनशन से हिल उठा है।" यशवंत सिन्हा ने अप्रैल में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। दोनों नेताओं ने कहा कि हार्दिक की मांगों को उनका पूरा समर्थन है। यशवंत ने कहा, "हार्दिक ने किसानों का जो मुद्दा उठाया है, वह सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रासंगिक है। किसान गहरी पीड़ा में हैं और इस स्थिति को एक स्थायी समाधान की जरूरत है। मैं विपक्ष सहित हर किसी से अपील करता हूं कि किसानों के मुद्दों को देशभर में उठाया जाए।"
गुजरात को मॉडल राज्य बताने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे को खारिज करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि गुजराज मॉडल जैसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, "गुजरात मॉडल फेल हो चुका है। अब आपको (2019 के चुनाव में) बोनस नहीं मिलने वाला है।" मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हार्दिक जब से अनशन पर बैठे हैं, उनका 20 किलोग्राम वजन घट चुका है। मंगलवार को उनके अनशन का 11वां दिन था और उनकी हालत लगातार बिगड़ रही है।
इस बीच, गुजरात के पटेलों के छह धार्मिक संगठनों ने हार्दिक के आंदोलन से पैदा हुए मुद्दे पर चर्चा की और उनके अनशन को समाप्त कराने में मदद या मध्यस्थता करने की पेशकश की। उनके नेता शाम को समुदाय के भाजपा मंत्रियों से मिलकर स्थिति पर चर्चा करने के लिए राजधानी गांधीनगर पहुंचे।