नई दिल्ली: देश भर के महिला संगठनों ने यहां बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में इकट्ठा होकर राजनीतिक दलों से आगामी लोकसभा चुनाव में कम से कम 33 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की अपील की। सेंटर फॉर सोशल रिसर्च (सीएसआर) की निदेशक डॉ. रंजना कुमारी ने कहा, "राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाने के लिए महिलाओं को अधिक टिकट देने और महिलाओं के समग्र विकास के लिए नीतियों को प्रभावित करने की आवश्यकता है।"
वहीं जॉइंट वीमेन प्रोग्राम (जेडब्लूपी) की अध्यक्ष पद्मिनी कुमार ने कहा, "आज के समय में महिलाओं की संसदीय स्तर पर निर्णय लेने में भूमिका की अधिक आवश्यकता है और यह सभी राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी है कि वे महिलाओं की सामूहिक मांगों को पूरा करें।"
इस दौरान वुमेन पावर कनेक्ट की अध्यक्ष डॉ. एन. हम्सा, सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की सदस्य अर्चना झा, सर्वोच्च न्यायालय की वकील बुलबुल दास, वाईडब्ल्यूसीए भारत की सदस्य तान्या डीसूजा, डब्ल्यूपीसी की सदस्य गायत्री शर्मा और जस्टिस सीकर्स से डॉ अंजलि मेहता इस संवाददाता सम्मेलन में शामिल हुईं।
महिला समूहों की मांग है कि राजनीतिक दल आने वाले दिनों में इस मुद्दे के प्रति वास्तविक प्रतिबद्धता दिखाएं और संसद में विधेयक पारित होने से पहले ही अधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारें।