भुवनेश्वर: ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल ने संसद में लंबित महिला आरक्षण विधेयक पर सर्वसम्मति बनाने के लिए कांग्रेस और भाजपा समेत 22 राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करने का फैसला किया है। पार्टी के नेताओं ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में बीजद ने बुधवार को एक बैठक में फैसला किया कि उनके प्रतिनिधि सात राष्ट्रीय पार्टियों और 15 क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
बैठक में संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर अभियान तेज करने की पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीजद के इस कदम को ‘बहानेबाजी’ बताकर उसकी आलोचना की।
विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधियों से मिलने वाले बीजद नेताओं की सूची में कई सांसदों के नाम शामिल हैं, लेकिन इसमें पटनायक का नाम नहीं है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब एक दिन पहले ही पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया था।
महिला आरक्षण विधेयक को 2010 में राज्यसभा में पारित कर दिया गया था, लेकिन इसे लोकसभा में पारित नहीं किया जा सका था। 2014 में 15 वीं लोकसभा के भंग होने के बाद यह विधेयक निष्प्रभावी हो गया था। ओडिशा विधानसभा ने 20 नवंबर को आमसहमति से संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटों को आरक्षित करने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव को पारित किया था।