लखनऊ: इंडिया टीवी के चुनाव मंच कार्यक्रम में जब राज बब्बर से जब राहुल गांधी की खाट यात्रा पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सत्ता जब भी कुनबे में सिमटती है तो महाभारत की शुरुआत होती है। 27 साल से किसान किस हालात में है कोई इसे लेकर गंभीर नहीं है। हमें केवल खाट उठाकर ले जाते हुए लोग दिखाई दे रहे हैं, और कुछ नहीं दिख रहा है।
राज बब्बर ने कहा कि गरीब खटिया उठाकर ले जाता है तो लोगों को उसपर बड़ी शिकायत होती है। लेकिन जब माल्या माल लेकर जाता है तो उसे डिफाल्टर कहते हैं। राहुल जी क्या कह रहे उसे सुनने और समझने की जरूरत है। उनके अंदर के गुस्से को समझना होगा।
कमियों को दूर करने की कोशिश नहीं की गई
राज बब्बर ने कहा कि 27 साल में कांग्रेस पर यह तोहमत रही कि कांग्रेस ने यह नहीं किया, वह नहीं किया। लेकिन जिन कमियों को बताकर अन्य सरकारें आईं उसे दूर करने की कोशिश नहीं की गई। मौजूदा नसरकार ने विकास के लिए पैसा देना बंद कर दिया। गंगा ने पीएम को बुलाया तो विकास होना चाहिए लेकिन वहां जाति समीकरण खड़े हो गए।
राहुल क्षमता से भरपूर नेता
राहुल गांधी के नॉन सीरियस पॉलिटिशियन के सवाल पर राज बब्बर ने कहा कि राहुल गांधी में 24 घंटे के अंदर 48 घंटे काम करने की क्षमता है। जमीन पर क्या करना है इसके लिए फिजिकल प्रजेंट होना जरूरी नहीं है।
प्रशांत किशोर बीजेपी की विचारधारा लेकर नहीं आए
प्रशांत किशोर के सवाल पर राज बब्बर ने कहा कि तमाम साधन और माध्यम के जरिए अपने विचारों को कार्यकर्ताओं और जनता तक कैसे पहुंचाया जाए। यह काम प्रशांत किशोर कर रहे हैं। केंद्र की सरकार ने भी उनका इस्तेमाल किया था। वे बीजेपी की विचारधारा को लेकर हमारे बीच नहीं आए हैं।