नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा विभिन्न नेताओं से माफी मांगने का मामला दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है। केजरीवाल के इस फैसले पर जहां पार्टी में ही गुटबाजी होने लगी है, वहीं दूसरी तरफ AAP के पूर्व नेता भी तीखा हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने सोमवार को केजरीवाल पर तीखा हमला बोला और सवाल किया कि अगर वह इतनी आसानी से पीछे हटने वाले थे तो उन्होंने 20 ‘भ्रष्ट नेताओं’ की लिस्ट क्यों जारी की थी। दमानिया ने केजरीवाल की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि वह दिल्ली में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
केजरीवाल ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई विरोधी नेताओं से अपने पहले के आरोपों के लिए माफी मांगी है। कभी केजरीवाल की सहयोगी रहीं दमानिया ने गडकरी पर पूर्ति समूह में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। दमानिया ने कहा, ‘यह देखना बहुत परेशानी की बात है कि अरविंद गडकरी से माफी मांग कर रहे हैं जबकि मैंने उनके (गडकरी) खिलाफ ठोस सबूत दिए थे। अगर इतनी आसानी से पीछे हटना था तो फिर आप ने 20 भ्रष्ट नेताओं की सूची क्यों जारी की थी?’ दमानिया ने कहा कि वह खुद मानहानि के 24 मामलों का सामना कर रही हैं और आखिर तक लड़ेंगी। अंजलि दमानिया साल 2015 में आम आदमी पार्टी से अलग हो गई थीं।
गौरतलब है कि अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से केजरीवाल की माफी के बाद से आम आदमी पार्टी मुश्किल दौर में है। पंजाब की लोक इंसाफ पार्टी ने पहले ही आम आदमी पार्टी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है। लोक इंसाफ पार्टी के पंजाब में 2 विधायक हैं। यही नहीं, पार्टी की पंजाब यूनिट भी बगावती तेवर अपनाए हुए है। केजरीवाल के माफीनामे से नाराज पंजाब में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष भगवंत मान और उपाध्यक्ष अमन अरोड़ा ने भी इस्तीफा दे दिया है।