नई दिल्ली: 2019 का चुनावी महाभारत शुरू हो चुका है और राजनीतिक बयानबाजियां जोर पकड़ने लगी हैं। जहां एक तरफ विपक्षी एकता है तो दूसरी ओर बीजेपी। एक तरफ राहुल गांधी, अखिलेश, तेजस्वी, ममता, मायावती...सब एक साथ हाथों हाथ डाले खड़े हैं तो दूसरी तरफ पीएम मोदी का चेहरा और शाह की सियासी रणनीति है। सिर्फ ग्यारह महीने बाकी रह गए हैं। कर्नाटक में सरकार बनाकर...और कैराना की सीट जीतकर महागठबंधन के हौसले जहां बुलंद हैं। वहीं बीजेपी के खेमे में चिंता की लकीरें थोड़ी बढ़ सी गईं हैं। क्योंकि जिस मोदी लहर ने 2014 में सभी पार्टियों को साफ कर दिया, बीते चार साल के उपचुनाव में उसकी चमक थोड़ी फीकी पड़ती दिख रही हैं।तो क्या महागठबंधन की महाचुनौती को 2019 चुनावी महाभारत में मोदी और शाह की जुगलबंदी पार कर पाएगी? इंडिया टीवी पर आज इसी मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं...बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा, कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह .. देखिए लाइव
आपको बता दें कि केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा को आज एक करारा झटका देते हुए विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा और विधानसभा की 14 सीटों के उपचुनावों में 11 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि भगवा पार्टी तथा उसके सहयोगियों को केवल तीन सीटों तक ही सीमित कर दिया। विपक्षी एकजुटता के कारण भाजपा ने उत्तर प्रदेश की चर्चित कैराना लोकसभा सीट को भी गंवा दिया।
विपक्षी नेताओं ने दावा किया कि परिणामों से पता चलता है कि 11 राज्यों में केन्द्र की मोदी सरकार की लोकप्रियता में गिरावट आई है तो वहीं भाजपा ने कहा कि पीएम - ‘ पी ’ परफोरमेंस (कामकाज) और ‘ एम ’ मेहनत (कड़ी मेहनत) अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव का निर्णय करेंगे।
सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के लिए सबसे बड़ा झटका 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के परिणाम है जहां वह केवल एक ही सीट (उत्तराखंड) में जीत सकी। कांग्रेस ने तीन सीटें (मेघालय , कर्नाटक और पंजाब) जीती जबकि छह सीटों पर अन्य पार्टियों ने जीत दर्ज की जिनमें से झामुमो ने झारखंड में दो सीटें , माकपा , सपा , राजद और तृणमूल ने एक - एक सीट क्रमश : केरल , उत्तर प्रदेश , बिहार और पश्चिम बंगाल में जीतीं।