नयी दिल्ली: गुजरात के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक अपने नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री के चयन के लिए 22 दिसंबर को गांधीनगर में मुलाकात कर सकते हैं। पार्टी के सूत्रों ने आज यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली और पार्टी की महासचिव सरोज पांडे को चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले वे विधायकों के साथ विचार विमर्श करेंगे। हालांकि वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम अभी भी इस पद की दौड़ में सबसे आगे है लेकिन भगवा दल के गढ़ में जीत का अंतर कम होने की पृष्ठभूमि में उनके इस पद के लिए फिर से चुने जाने पर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं।
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 92 के जादुई आंकड़े से महज सात सीटें अधिक, कुल 99 सीटें जीती हैं। बीते कई चुनाव में यह भाजपा की सबसे कम सीटें हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने 80 सीटें जीती हैं जिनमें से मुख्य विपक्षी दल को 77 सीटें प्राप्त हुई हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि चुनाव रूपाणी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक चूंकि इस चुनावी लड़ाई का चेहरा मोदी थी ऐसे में अंतिम समय में बदलाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। पार्टी में यह अटकलें भी हैं कि शीर्ष नेतृत्व पाटीदार समुदाय से किसी को चुन सकता है क्योंकि अब पार्टी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है।