नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बीजेपी मुख्यालय में मौजूद पार्टी नेताओं को उस समय चौंका दिया, जब उन्होंने कार्यक्रम खत्म होने के बाद फिर से संबोधन की इच्छा जाहिर की। प्रधानमंत्री मोदी के इस अनुरोध का पार्टी नेताओं ने तालियां बजाते हुए स्वागत किया और कहा कि इससे कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सायं चाढ़े चार बजे से बीजेपी के सेवा कार्यों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा कर रहे थे। पार्टी मुख्यालय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित सभी प्रुख केंद्रीय मंत्री और संगठन पदाधिकारी मौजूद थे।
तय कार्यक्रम के मुताबिक, सात राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों ने कोरोना काल में किए कार्यों का प्रजेंटेशन दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ मिनट के संबोधन के दौरान पार्टी के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए इसे मानव इतिहास की बड़ी घटना करार दिया। जब प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन खत्म हुआ तो कार्यक्रम का संचालन कर रहे राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने फिर आभार ज्ञापन शुरू किया। भूपेंद्र यादव अभी बोल ही रहे थे कि, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भूपेंद्र जी, मेरी बात आप तक पहुंच रही है, हां तो मैं अब कार्यकर्ताओं से भी कुछ बात करना चाहता हूं, बहुत दिनों बाद इतने कार्यकर्ता मिले हैं, अगर समय की सुविधा हो तो बात करूं?’
अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से संबोधन की इच्छा जताई तो पार्टी नेता भी चौंक पड़े। फिर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने तालियां बजाते हुए प्रधानमंत्री के इस ऑफर का स्वागत किया। भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘आपके संबोधन से कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा।’ इस प्रकार कार्यक्रम खत्म होने के बाद फिर से प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करना शुरू किया। दोबारा संबोधन के दौरान पीएम मोदी करीब आधे घंटे और बोले।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान संबोधन की शुरूआत में कहा, ‘साथियों, ऐसे समय में जब दुनिया में सब अपने आप को बचाने में लगी है, तब अपनी चिंता छोड़कर खुद को गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित करना सेवा का बहुत बड़ा उदाहरण है। कई शहरों में कई कार्यकर्ताओं का काम करते हुए निधन हो गया। मैं उन सभी साथियों को विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने सेवा कार्यों के दौरान कोरोना से जान गंवाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवारों की मदद के लिए संबंधित राज्य इकाइयों से आग्रह किया। दूसरे चरण के संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जहां संगठन का मतलब समझाया, वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं को लगातार सेवा कार्यों से जुड़े रहने की सीख दी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि हमने कभी भी सत्ता को अपने लाभ का माध्यम नहीं बनाया।