कोलकाता: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के मंत्री और जमीयत उलेमा-ए-हिंद (JUH) के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकुल्लाह चौधरी को बांग्लादेश ने वीजा देने से ‘इनकार’ कर दिया है। चौधरी ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें पड़ोसी देश बांग्लादेश की यात्रा पर जाने लिए वीजा चाहिए था, लेकिन कोलकाता में स्थित बांग्लादेशी उपउच्चायोग ने अभी तक वीजा स्वीकृत नहीं किया है। चौधरी 26-31 दिसंबर तक बांग्लादेश की यात्रा पर जाने वाले थे। आपको बता दें कि चौधरी ने अभी कुछ दिन पहले ही CAA के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह को खुली चेतावनी दी थी।
बांग्लादेश का वीजा न मिलने पर चौधरी ने कहा, ‘मैंने 12-13 दिसंबर को 5 दिन की यात्रा के लिए वीजा आवेदन दिया था। मुझे वहां एक कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था और निजी कार्यक्रम भी थे, लेकिन मुझे अभी तक वीजा नहीं मिला है। अभी न तो उन्होंने मुझे यह बताया कि मेरा वीजा आवेदन स्वीकार हुआ है और न ही आधिकारिक तौर पर इनकार किया है। मेरे पास सभी जरूरी दस्तावेज राज्य और केंद्र सरकार की जरूरी अनुमति हैं।’ चौधरी बंगाल के ताकतवर अल्पसंख्यक नेताओं में गिने जाते हैं और CAA के साथ-साथ और पूरे देश में NRC लागू किए जाने की योजना का विरोध करते रहे हैं।
चौधरी ने कहा कि वह गुरुवार सुबह अपना टिकट रद्द कर देंगे। हालांकि इस पर टिप्पणी के लिए बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त तौफीक हसन से संपर्क नहीं हो पाया। उन्हें बार-बार कॉल किया गया लेकिन उनका फोन बंद था। वहीं, इस पूरे मामले पर तृणमूल कांग्रेस ने हैरानी जताई है। आपको बता दें कि चौधरी ने कुछ दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा था कि अगर CAA को तुरंत वापस नहीं लिया गया तो वह अमित शाह को कोलकाता एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। उन्होंने कहा था कि जब भी शाह कोलकाता के दौरे पर आएंगे, हम उन्हें रोकने के लिए एक लाख लोग एयरपोर्ट के बाहर इकट्ठा कर देंगे।