बसीरहाट: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बसीरहाट शहर में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी का ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ हिंसक हो उठा। कार्यक्रम के हिंसक होने के चलते बीजेपी के कई कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने इस संबंध में कम से कम 54 लोगों को या तो गिरफ्तार कर लिया अथवा हिरासत में लिया। पुलिस ने कहा कि घायलों में बसीरहाट थाने के प्रभारी प्रेमाशीष चट्टोराज शामिल हैं। पुलिस के अनुसार शुरू में उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने उन पर पथराव किया, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा।
बसीरहाट में हुए संघर्ष में बीजेपी के कई कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी घायल हो गए। बसीरहाट कोलकाता से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर है। कार्यक्रम में मौजूद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि पुलिस पर पत्थर ‘बाहरी’ लोगों ने बरसाए, जिनका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से अपना ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने बिना किसी उकसावे के हम पर लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। जिन लोगों ने पथराव किया वे बाहरी थे, उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।’ तृणमूल के वरिष्ठ नेता ज्योतिप्रिया मलिक ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी ने जानबूझकर हिंसा करने की कोशिश की। उन्होंने हिंसा भड़काने के आरोप में घोष को गिरफ्तार करने की मांग की।
भाजपा की प्रस्तावित रथ यात्राओं को इजाजत नहीं देने के तृणमूल कांग्रेस सरकार के फैसले के विरोध में प्रदर्शन के तहत भाजपा राज्य के कई हिस्सों में ‘कानून अवज्ञा कार्यक्रम’ कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में पार्टी की रथयात्रा को अनुमति नहीं देने के कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई की अनुमति से सोमवार को इनकार कर दिया। इस महीने तीन चरण में ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ का आयोजन होना है, जिसके तहत राज्य में 42 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। इन रैलियों को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह हरी झंडी दिखाएंगे।